प्रयागराज। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने केंद्रीय गृह और भारतीय जनता पाटी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश में चाहे जहां से चुनाव लड़ लें, मैं उनका मुकाबला करने के लिए तैयार हूं।
संभल में शिवकल्कि धाम निर्माण पर लगी रोक के मामले में शनिवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहुंचे आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा “ मैं श्री अमित शाह को चुनौती देता हूं कि वह उत्तर प्रदेश में जहां कहीं से चुनाव लडना चाहें लड़ लें, उनका मुकाबला करने के लिए मैं तैयार हूं।”
उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव दो विचारधाराओं के बीच होगा- एक कांग्रेस और दूसरी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) की विचारधारा। देश की जनता लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का काम करेगी। भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस ही एक विकल्प है। अब क्षेत्रीय दलों को यह फैसला करना है कि वे भाजपा के साथ रहेंगे या कांग्रेस के साथ। वरिष्ठ नेता ने सभी दलों के नेताओं से अपील की है कि वह तिरंगे का साथ दें। उन्होंने ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, केसीआर और शरद पवार से भी कांग्रेस का साथ देने के लिए आमंत्रित किया है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताया है। उन्होंने कहा कि करोड़ों कांग्रेस जन चाहते हैं कि श्री मोदी के सामने प्रियंका गांधी वाड्रा प्रधानमंत्री पद का चेहरा हों और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार हो। उन्होंने 2024 में विपक्षी एकता की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस को किसी भी दल द्वारा स्वीकार न किए जाने के सवाल पर कहा कि अगर राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य पर नजर डालें तो राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही कश्मीर से कन्याकुमारी और कटक से अटक तक भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लड़ रही है। जहां तक गठबंधन का सवाल है तो इसका फैसला कांग्रेस को नहीं बल्कि क्षेत्रीय दलों को करना है।
श्री राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त हो जाने पर कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि सियासत खत्म हो गई है। उन्होंने देश की जनता के दिलों में जगह बनाई है। जिसे जनता चाहती है, वही सत्ता के सिंहासन तक पहुंचता है। राहुल गांधी और उनका परिवार निर्णय करेगा कि उन्हें कहां से चुनाव लड़ना है।