कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को पुलिस कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। दरअसल रिचा दुबे पर फर्जी आईडी से सिम लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई थी।
वहीं कोर्ट से चार्जशीट लगने तक अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस रिचा दुबे को जल्द गिरफ्तार कर सकती है। इस मामले में विकास दुबे के खास रहे गुड्डन त्रिवेदी की पत्नी कंचन की भी अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी है।
बता दें कि एसआईटी की जांच में सामने आया था कि विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने फर्जी आधार कार्ड लगाकर सिम लिया था। उसका ही इस्तेमाल कर रही हैं। इस पर चौबेपुर पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। इसकी जानकारी पर विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने जिला जज से मामले में चार्जशीट लगने तक अग्रिम जमानत मांगी थी।
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इससे पहले कानपुर के पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि इन गड़बड़ियों का खुलासा एसआईटी की जांच में हुआ है।
एसआईटी ने इन मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने की सिफारिश की थी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने यूपी सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में 40 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की सिफारिश की है।
इन 40 पुलिसकर्मियों में तत्कालीन एसपी (ग्रामीण) प्रद्युम्न सिंह, तत्कालीन सीओ (कैंट) राम कृष्ण चतुर्वेदी और वर्तमान सीओ (एलआईयू) सूक्ष्म प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
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गौरतलब है कि गत दो-तीन जुलाई की रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में माफिया सरगना विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस की टीम पर उसके गुर्गों ने घात लगाकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इस वारदात में आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
इस मामले में विकास दुबे को 9 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। जबकि अगले दिन सुबह स्पेशल टास्क फोर्स के साथ हुई कथित मुठभेड़ में वह मारा गया था।