गोण्डा. बहुचर्चित जमीन घोटाले के आरोपित अधिवक्ता राजकुमार लाल ने पुलिस हिरासत में शुक्रवार को एसिड (Acid) पी ली थी. मंगलवार को इलाज के दौरान उनकी मौत (Death) हो गई है.
धानेपुर के कस्बा बाबागंज श्रीनगर निवासी अधिवक्ता राजकुमार लाल श्रीवास्तव वर्तमान समय में गोण्डा के गायत्रीपुरम में मकान बनाकर अपने पूरे परिवार के साथ रहते थे. उनके ऊपर आधा दर्जन से अधिक जालसाजी धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज थे. बीते दिनों एंटी करप्शन सेल और नगर कोतवाली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
साथी की मौत से नाराज अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल के बाहर हंगामा शुरू कर दिया. अधिवक्ताओं ने प्रशासन से न्यायिक जांच कराने की मांग किया है. अधिवक्ता रवि प्रकाश पांडे ने कहा कि आज हमारे एक अधिवक्ता साथी हम लोगों के बीच नहीं रहे. शासन ने उनके ऊपर कई मुकदमा दर्ज किए थे. उसी के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया था. उन्होंने कैसे एसिड पी लिया, यह जांच का विषय है. इसमें दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई होनी चाहिए.
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि जमीन घोटाले के आरोपी राजकुमार लाल श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया था. वह न्यायिक अभिरक्षा में थे. तबीयत खराब होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने बहुत प्रयास किया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. पुलिस ने जब उन्हें गिरफ्तार किया था. यह शौचालय में शौच के बहाने गए थे, जहां पर एसिड (Acid) पी लिया था.
इनकी तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल में पुलिस कर्मियों ने भर्ती कराया था. जहां से इलाज के लिए लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया. वहां से पूरी तरह से स्वस्थ होने पर इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया. उसके बाद इन्हें न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया था. जेल में तबीयत खराब होने पर इन्हें पुनः जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई. शव के पंचनामा पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है.