श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी (Nag Panchami) का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव के आभूषण समझे जाने वाले नागों की विधिवत पूजा होती है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो इस साल नाग पंचमी (Nag Panchami) का त्योहार ज्यादा खास होने वाला है.
दरअसल नाग पंचमी पर 30 साल बाद एक दुर्लभ योग बनेगा. इस शुभ योग में नाग देवता की पूजा करने से आपके जीवन की हर एक परेशानी नष्ट हो सकती है.
ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि 30 साल में पहली बार नाग पंचमी बहुत ही शुभ शिव योग में मनाई जाएगी. इस शुभ योग में नागों की पूजा का फल कई गुना ज्यादा मिलता है. इस दौरान भगवान शिव और उनके नागों की पूजा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति हो सकती है. नाग पंचमी पर पूजा से कालसृप दोष का निवारण भी किया जा सकता है.
नाग पंचमी तिथि (Nag Panchami)
श्रावण मास की पंचमी तिथि मंगलवार, 02 अगस्त को सुबह 05 बजकर 13 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 3 अगस्त को सुबह 5 बजकर 41 मिनट तक रहेगी. इस दिन नाग पंचमी के साथ मंगला गौरी व्रत भी पड़ रहा है. यह सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत होगा. यानी नाग पंचमी पर नागों की पूजा के अलावा भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा की जाएगी.
नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त (Nag Panchami)
नाग पंचमी (Nag Panchami) पर अबूझ मुहूर्त में भगवान शिव और नागों की पूजा करना शुभ माना जाता है. नाग पंचमी के दिन सुबह 05 बजकर 43 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 25 मिनट तक नाग पंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त बन रहा है. यानी आपको पूजा के लिए पूरे 2 घंटे 42 मिनट का समय मिलेगा.