उत्तर प्रदेश में चुनाव सरगर्मी तेज हो गई है। तमाम पार्टियां तैयारी में जुट चुकी हैं और सियासी समीकरण साधने का प्रयास है। इसी कड़ी में रविवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के 5 दिग्गज ब्राह्मण नेताओं से मुलाकात की है। सपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण वोट बैंक को साधने को लेकर चर्चा हुई है। सभी ब्राह्मण विधायकों ने अखिलेश को शंख भी भेंट किया। अखिलेश ने सभी ब्राह्मण नेताओं की मौजूदगी में वो शंख बजाकर आज की बैठक का शंखनाद किया।
समाजवादी पार्टी का यह ब्राह्मण सम्मेलन यूपी के बलिया जिले से शुरू होगा। ब्राह्मण नेताओं ने अखिलेश यादव को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट की।
वहीं लगभग ढाई घंटे तक बंद कमरे में सभी विधायकों के साथ अखिलेश ने बातचीत की है। इस दौरान माता प्रसाद पांडे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, संतोष पांडे, अभिषेक मिश्रा, सनातन पांडे और मनोज पांडे यह सभी विधायक बैठक में उपस्थित थे।
सिद्धार्थनगर में CM योगी ने मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण, बोले- नेपाल के लोग भी इलाज कराएंगे
दरअसल, विधानसभा चुनाव को देखते हुए सपा प्रमुख का खास फोकस गैरयादव पिछड़ी जातियों को लुभाने पर है। इसी रणनीति के तहत अखिलेश यादव ने गैरयादव जातियों के नेताओं को खास तवज्जो देनी शुरू कर दी है। निषाद, कश्यप, कुर्मी, सैनी, शाक्य, कुशवाहा आदि जातियों के नेताओं की गोलबंदी कर साथ लाने की कोशिश की जा रही है। अखिलेश यादव के निर्देश पर पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने जिलों में पिछड़ा सम्मेलन शुरू कर दिए हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा विधायक डॉ मनोज पांडे ने बताया कि सपा के बैनर तले 22 अगस्त को सिद्धार्थनगर में प्रबुद्ध सम्मेलन होगा। वहीं 23 अगस्त को बलिया और 24 अगस्त को मऊ में कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में बाकी जिलों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। डॉ मनोज पांडे ने बताया कि लखनऊ में भी ब्राह्मण समाज का भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा।