30 की उम्र पार करने के बाद आपके शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं. ये बदलाव बताते हैं कि आपके शरीर की हड्डियां कमज़ोर हो रही हैं. अगर आपकी हड्डियों से कट-कट की आवाज आ रही हो या चलने फिरने में परेशानी हो रही हो तो ये चिंता का विषय है. हड्डियों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. कुछ संकेत बताते हैं कि आपकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं और आपको इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए.
मसूड़ों का कमजोर होना-
हड्डियों के कमजोर होने से मसूड़ों में दिक्कत होने लगती है. जबड़े की हड्डी दांतों पर पकड़ बनाए रखती है और एक उम्र के बाद अन्य हड्डियों की तरह ये भी कमजोर हो जाती है. जबड़े की हड्डी टूटने से मसूड़े में से दांत बाहर आने लगते हैं या अलग भी हो सकते हैं. जबड़े कमजोर होने से दांत खराब भी हो सकते हैं.
पकड़ कमजोर होना-
कई स्टडी में हाथों की पकड़ और कलाई, रीढ़ और कूल्हे के हड्डियों के घनत्व के बीच एक संबंध पाया गया है. पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं पर हाल ही में की गई एक स्टडी में पूरे शरीर में हड्डियों के घनत्व को जानने के लिए हाथों की पकड़ की मजबूती सबसे जरूरी फिजिकल टेस्ट माना गया.
कमजोर और टूटते नाखून-
अगर आपके नाखून बार-बार टूटते हैं तो हो सकता है कि आपके शरीर में कैल्शियम और कोलेजन की कमी हो. ये दोनों पोषक तत्व मजबूत हड्डियों के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं. कमजोर नाखून को एक शुरुआती संकेत के तौर पर देखा जा सकता है जो बताते हैं कि आपके शरीर और हड्डियों को इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की बहुत जरूरत है.
ऐंठन, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द-
विटामिन डी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम सहित कुछ विटामिन और मिनरल्स हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी होते हैं. इनकी कमी की वजह से शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द हो सकता है. अगर शरीर में इन विटामिन और मिनरल्स की लगातार कमी रहती है तो आगे चलकर इससे हड्डियों को नुकसान हो सकता है.