• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता है अहोई अष्टमी का व्रत, जानें पूजा-विधि

Writer D by Writer D
12/10/2025
in धर्म, Main Slider, फैशन/शैली
0
Ahoi Ashtami

Ahoi Ashtami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन अहोई अष्टमी व्रत रखा जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत का पारण तारे देखने के बाद होता है। मान्यता है कि इस दिन महिलाएं तारों की छांव में पूजा करके अर्घ्य देतीं हैं।

मां पार्वती के अहोई स्वरूप की होती है पूजा-

आपको बता दें, इस दिन माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा की जाती है। अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) का उपवास भी कठोर व्रत माना जाता है। इस व्रत में माताएं पूरे दिन जल तक ग्रहण नहीं करती हैं। आकाश में तारों को देखने के बाद उपवास पूर्ण किया जाता है। इस दिन संतान की लंबी आयु की कामना करते हुए तारों की पूजा की जाती है।

संतान के लिए होता है ये व्रत-

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस व्रत को करने से संतान के समस्त कष्ट दूर होते हैं। वहीं इस दिन विधिवत मां पार्वती एवं भगवान शिव की पूजा से संतान प्राप्ति होती है।

पूजा-विधि

अहोई व्रत के दिन माताएं सूर्योदय से पहले उठ जाएं और मंदिर में पूजा-अर्चना करें।

अहोई अष्टमी व्रत निर्जला रहकर किया जाता है।

यह व्रत तब तक चलता है जब तक आकाश में पहले तारे दिखाई नहीं देते।

स्नान करने के बाद दीवार पर अहोई माता की तस्वीर बनाएं। आप अहोई मां या अहोई भगवती के प्रिंट या पेंटिंग भी दीवार पर चिपका सकते हैं।

एक कलश में जल भरें

रोली, चावल और दूध से अहोई माता का पूजन करें। अहोई मां के चित्र के आगे अनाज, मिठाई और कुछ पैसे चढ़ाएं। इन प्रसादों को बाद में घर के बच्चों में बांटा जाता है। कुछ परिवारों में इस दिन अहोई मां की कथा सुनाने की परंपरा है।

रात में तारे को अर्घ्य देकर संतान की लंबी उम्र और सुखदायी जीवन की कामना करने के बाद अन्न ग्रहण करें।

Tags: Ahoi Ashtami dateAhoi Ashtami muhuratahoi ashtami puja samagri
Previous Post

गृहप्रवेश करते समय इन बातों का रखें ध्यान

Next Post

खाने का जायका बढ़ा देगा ये चटपटा अचार, नोट करें उत्तराखंड की टेस्टी रेसिपी

Writer D

Writer D

Related Posts

Makhani Gravy
फैशन/शैली

झट से तैयार हो जाएगी ये डिश, मिलेगा होटल वाला स्वाद

12/10/2025
Tomato Garlic Chutney
खाना-खजाना

ये चटपटी डिश से बढ़ जाएगा खाने का स्वाद, नोट करें रेसिपी

12/10/2025
stuffed bell peppers
फैशन/शैली

चाय का स्वाद बढ़ा देगी मिर्च की ये चटपटी रेसिपी

12/10/2025
Paneer
Main Slider

इस सब्जी से घर पर बनाएं पनीर, बनाने में आसान और स्वाद भी लाजवाब

12/10/2025
खाना-खजाना

खाने को और भी टेस्टी बना देगा ये अचार, नोट कर लें रेसिपी

12/10/2025
Next Post
Galgal Pickle

खाने का जायका बढ़ा देगा ये चटपटा अचार, नोट करें उत्तराखंड की टेस्टी रेसिपी

यह भी पढ़ें

tomato launji

पराठों या पूरी के साथ लें चटपटी लौंजी का स्वाद

13/05/2024
CM Yogi

सीएम योगी ने आजमगढ़ सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया

21/06/2022
एयर इंडिया विमान हादसा

केरल विमान हादसे में 18 लोगों की मौत की पुष्टि, उड्डयन मंत्री कोझिकोड के लिए रवाना

08/08/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version