लखनऊ। अजीत सिंह हत्याकांड में ताबड़तोड कार्रवाई कर रही पुलिस की टीम को गुरूवार को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने शूटरों की मददगार रहे दो आरोपी बंधन और अंकुर को मु बई से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।
जबकी संदीप की हत्या में शामिल शूटर को पुलिस ने बीते बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार शूटर संदीप उर्फ बाबा से पूछताछ में पुलिस ने पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है। बस अब पुलिस पूरे मामले की कडिय़ा जोडऩे में जुट गयी है। हत्याकाड़ में छह शूटरों समेत उनके तीन अन्य मददगार भी शामिल थे। सभी हमलावरों के नाम पुलिस ने पता कर लिये है। जिसमें संदीप, गिरधारी, रवि यादव, शिवेंद्र सिंह, राजेश तोमर, बंटी ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी। जिसमें गिरफ्तार संदीप ने करीब 14 राउड़ गोलियां चलाई थी। पुलिस ने उसके पास से 30 एमएम का असलहा बरामद किया है।
वहीं मुंबई से गिरफ्तार बंधन घटनास्थल पर लाल रंग की गाड़ी से मौजूद था। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने अपना असलहा अंकुर को दे दिया था। जिस पुलिस ने अलकनंदा अपार्टमेंट से बरामद किया था। हत्याकांड की जड़ अब मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपित सुनील राठी से जुड़ रही है। गैंगवार में जिस शूटर को गोली लगी थी, उसकी पुलिस ने शिनाख्त कर ली है।
पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक घायल शूटर अलीगढ़ निवासी राजेश तोमर है। राजेश कुघयत सुनील राठी का करीबी है। वारदात में हरियाणा का ईनामी शूटर मुस्तफा उर्फ बंटी भी शामिल था। पुलिस ने अंबेडकरनगर में बलुआ चंदौली निवासी संदीप सिंह उर्फ बाबा को गिरफ्तार किया है। संदीप ने राजेश तोमर के साथ मिलकर अजीत पर गोलियां बरसाई थीं। संदीप सदर कोतवाली उकरा गांव निवासी अपने परिचित देवेंद्र सिंह के घर पर छिपा था। पुलिस देवेंद्र और उसके साथी संजय सिंह से पूछताछ कर रही है। सूत्रों का कहना है कि संदीप ने राजेश तोमर व अन्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उधर, पुलिस आयुक्त ने बताया कि राजेश तोमर बागपत में जून 2020 में हुई परमवीर तुगाना की हत्या में वांछित है। राजेश पर 25 हजार का इनाम भी घोषित है और बागपत पुलिस राजेश की तलाश कर रही है।
कुंटू सिंह और अखंड के कहने पर दिया था हत्याकाड़ को अंजाम
अजीत हत्याकांड में मु य साजिशकर्ता के रूप में सामने आये कुंटू सिंह और अखंड को आजमगढ़ से बी वारंट पर बीते बुधवार को लखनऊ सीजेएम तृतीय के यहां पेश किया गया था। हालांकि इस दौरान लखनऊ पुलिस की ओर से पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोई अर्जी नहीं डाली गई। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेशकर वापस ले जाने के आदेश थे। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कुंटू और अखंड को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लिया जाएगा। लखनऊ पुलिस दोनों की पीसीआर के लिए न्यायालय में अर्जी देगी। पीसीआर पर लेने के बाद दोनों से पूछताछ की जाएगी। वहीं गुरूवार को पुलिस पुछताछ में गिर तार हुये सदीप सिंह ने बताया कि अजीत सिंह की हत्या करने के लिये उसे कुंटू सिंह और अखंड ने कहा था। जिसके लिये वह करीब छह माह से तैयारी कर रहे थे। इस दौरान उनके द्धारा ही खर्चे के लिये रुपयों का इंतजाम किया गया था। उन्होंने ने ही असलहों का भी इंतजाम कराया था।
ईनाम घोषित
गिर तार हुए कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर ने पुलिस पूछताछ में गोरखपुर के शूटर रवि यादव के भी वारदात में शामिल होने की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, अलीगढ़ के राजेश तोमर, हरियाणा का मुस्तफा उर्फ बंटी और रवि यादव वारदात में शामिल था। पुलिस फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
हत्यारों को पनाह देने वाले हिरासत में
पुलिस ने संजय सिंह और देवेंदर सिंह नाम के दो व्यक्तियों को भी पकड़ा है। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि संदीप सिंह उर्फ बाबा चंदौली के बलुआ थानाक्षेत्र के महुअर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने उसे अंबेडकर नगर की अकबरपुर कोतवाली के उकरा गांव निवासी देवेंदर सिंह के घर से पकड़ा। अजीत की हत्या के बाद संदीप भागकर वहां छिप गया था। पुलिस ने देवेंदर और वहां मौजूद एक अन्य व्यक्ति संजय को भी हिरासत में लिया है। बताया कि संदीप सिंह उर्फ बाबा को अजीत की हत्या की सुपारी दी गई थी। उसने पूछताछ में अजीत की हत्या के वक्त राजेश तोमर के साथ होने और उसके पेट में गोली लगने की जानकारी दी।