समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आश्चर्य है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार कैसे चल रही है ।
उन्होंने आज यहां कहा कि मुख्यमंत्री अपनी हवाई आदत से मजबूर हैं। उनकी सरकार का अब चौथा वर्ष चल रहा है। बड़ी-बड़ी घोषणाओं और आश्वासनों की आसमानी खेती में दिन बीत गए। वो समझते हैं कि जब बिना कोई काम किए इतना वक्त कट गया तो चलते-चलते कुछ नहीं तो ‘मंत्र‘ के सहारे राज्य की जनता को गुमराह किया जाये । उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि बिना काम किये यह सरकार चल कैसे रही है ।
सपा अध्यक्ष ने तमाम तरह के आरोप लगाये और कहा कि न रोजगार, न किसानों के साथ न्याय, न कानून व्यवस्था का राज, और ना हीं विकास का बुनियादी ढांचा फिर भी आश्चर्य भाजपा सरकार चल रही है। तीन लाख रोजगार तीन वर्षों में कहां और कैसे उपलब्ध कराए गए हैं? कोरोना संक्रमण थम नहीं रहा है। राज्य की आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि किसानों के लाभ की कई योजनाएं बंद हो रही है। गन्ना किसान को भुगतान नहीं करने वाले चीनी मिलों पर कार्रवाई के नाम पर सरकार चुप्पी है । सड़कें गड्ढा मुक्त करने की तारीखे तो कई बार बदल चुकी हैं किन्तु अभी तक इस सड़कों में कुछ सुधार नहीं है। जहां सड़के बनती हैं वे भी कुछ दिनों बाद ही गड्ढो में तब्दील हो जाती है।
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उन्होंने दावा किया कि राज्य में पूंजी निवेश का हल्ला मचा, हासिल कुछ नहीं हुआ। निवेशक सम्मेलन के नाम पर तामझाम, दावत, सत्कार में जितनी धनराशि फूंकी गई उतनी किसी उद्योग में नहीं लगी। राज्य विकास की दौड़ में लगातार पिछड़ता जा रहा है।
शिक्षा संस्थान छह महीनों से बंद हैं। आन लाइन पढ़ाई सिर्फ मजाक है। प्राथमिक और नर्सरी के बच्चों का कोई पुरसाहाल नहीं। अभिभावक अभी भी कोरोना से डरे सहमें हैं, अपने बच्चों को वे स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं। अस्पतालों में दवाइयां नहीं मिलती है, डाक्टर नियमित ओपीडी में नही बैठते हैं। गर्भवती महिलाओं को समय से इलाज नहीं मिलता है। सरकार बताए कितने मेडिकल कालेज उसके कार्यकाल में तैयार हुए ?
श्री यादव ने कहा कि राज्य की जनता इस सरकार से ऊब गई है और अपना बदला 2022 के चुनाव में लेने को आतुर है ।