लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा के मानसून सत्र में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का नाम लिए बगैर उन पर कटाक्ष किया है। इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि संसद मामले को स्वत: संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्णायक कार्रवाई करे।
उप्र के मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा के पटल पर राज्यसभा के एक सांसद के प्रति अपमानजनक शब्द का प्रयोग करना सांसद और संसद की घोर अवमानना है. संसद स्वत: संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्णायक कार्रवाई करे. संसद की गरिमा गिरानेवाले भला संविधान का मान क्या करेंगे.
घोर निंदनीय!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2020
यादव ने ट्वीट किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा के पटल पर राज्यसभा के एक सांसद के प्रति अपमानजनक शब्द का प्रयोग करना सांसद और संसद की घोर अवमानना है। संसद स्वत: संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्णायक कार्रवाई करे। संसद की गरिमा गिराने वाले भला संविधान का मान क्या करेंगे। घोर निंदनीय!
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बता दें कि इससे पहले शनिवार को सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर इशारों में निशाना साधा है। कहा कि दिल्ली के कुछ नमूने यहां आकर पूछते हैं आपने लोगों के लिए क्या किया? अब हम उन्हें क्या बताएं हमने क्या-क्या किया? ये दिल्ली की सत्ता में बैठे घिनौने चेहरे हैं, जो कि यूपी की बात करते है। लेकिन, दिल्ली में क्या हालत कर दी, उस पर बात नहीं करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कोरोना आंकड़ों के जरिये संजय सिंह को आईना दिखाया है। उन्होंने बताया कि यूपी में प्रति 10 लाख पर संक्रमण के मामले 744 हैं वहीं दिल्ली में प्रति 10 लाख पर संक्रमण के 7,880 केस हैं। यूपी में हर 10 लाख पर 12 लोगों की मौत हुई है, वहीं दिल्ली में प्रति 10 लाख पर 274 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने मृत्यु दर भी बताते हुए कहा कि दिल्ली मृत्यु दर जहां 2.7 है वहीं यूपी बड़ा प्रदेश होने के बावजूद यहां मृत्यु दर 1.6 है। उन्होंने पॉजिटिव केसेज की दर भी बताई और कहा कि यूपी में ये दर 4.1 है, जबकि दिल्ली में 11.5 है।