उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कबीना मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि किसानों को तबाह करने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को घर से बाहर निकल कर किसानों की खुशहाली और कृषि विकास को देखना चाहिए।
उन्होने कहा कि योगी सरकार ने चार साल में किसान, नवजवान, मजदूरों और ग्रामीणों की किस्मत बदलने का काम किया है। जिन गन्ना किसानों का पैसा अखिलेश सरकार नहीं दे पाई थी। वह भी योगी सरकार ने किसानों को दिया है। शहर से लेकर गांव तक तरक्की और विकास की लहर है। लोग योगी सरकार के विकास के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि योगी सरकार ने जो कहा वह करके दिखाया है। युवाओं का हितैषी बताने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने युवाओं के साथ छल किया लेकिन योगी सरकार ने चार सालों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम किया है। यहां तक की प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में लाखों प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिया।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव किसानों के हित की बात न ही करें तो बेहतर है। उनकी सरकार में प्रदेश भर में चीनी मिलों को बेचने का काम किया गया। इससे किसानों का बड़े पैमाने नुकसान हुआ। वहीं, योगी सरकार ने बंद चीनी मिलों को चालू किया।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अपने को किसानों का हितैषी बताने का ढोंग करने वाले अखिलेश यह भी बताएं कि उनके कार्यकाल में किसानों के गन्ना का बकाया योगी सरकार ने भुगतान किया। योगी सरकार अब तक 1.40 लाख करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को कर चुकी है जबकि पिछली सरकार ने पांच वर्षों में मात्र 95000 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। यही नहीं योगी सरकार ने अब तक कुल 220 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद सीधे किसानों से की जबकि सपा सरकार में कुल 94 लाख मीट्रिक टन की खरीद हुई वह भी आढ़तियों से किसानों से नहीं।
उन्होने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना काल की कठिन चुनौतियों के दौरान रिकार्ड टीकाकरण, टेस्ट के बीच भी सभी 119 चीनी मिलों के संचालन किया गया। गेहूं का रिकॉर्ड खरीद और भुगतान हुआ। एथनॉल उत्पादन में भी यूपी देश में नंबर वन बना हुआ है।
योगी सरकार में 50 लाख किसानों को ड्रिप स्पिंकलर सिचाई योजना का लाभ दिया गया। बुंदेलखंड में किसानों के बिजली बिल के फिक्स चार्ज में 50 से 75 प्रतिशत तक छूट दी गई। प्रदेश की 27 से अधिक मंडियों को आधुनिक किसान मंडी के रूप में डेवलप किया जा रहा है। किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए 69 कृषि विज्ञान केन्द्रों के अलावा 20 अन्य कृषि विज्ञान केन्द्र निर्मित कराने का काम योगी सरकार में संभव हो सका है।