किसान आन्दोलन के समर्थन में सोमवार को कन्नौज में होने वाले किसान यात्रा से पहले ही पुलिस ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके निजी आवास पर नजरबन्द कर दिया है। अखिलेश यादव के आवास और सपा ऑफिस के डेढ़ किलोमीटर के रेडियस में पुलिस ने बैरिकेडिंग के साथ ही सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। इस बीच अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कार्यकर्ताओं से किसान यात्रा में शामिल होने की अपील की।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, “क़दम-क़दम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जाये जंग है ज़मीन की, अपनी जान भी लगाए जा किसान-यात्रा’ में शामिल हों! ”
क़दम-क़दम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जा
ये जंग है ज़मीन की, अपनी जान भी लगाए जा‘किसान-यात्रा’ में शामिल हों! #नहीं_चाहिए_भाजपा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 7, 2020
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार इतनी कमजोर और कायर हो गयी है कि अखिलेश यादव के कन्नौज जाने से ही डर गई। अखिलेश यादव का जो संवैधानिक अधिकार है उसकी हत्या हो रही है। भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने में लगी है।
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समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि किसानों के आंदोलन को पूरे देश में बल के आधार पर दबाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है. इसी क्रम में 7 दिसंबर से अनवरत समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के पक्ष में सड़क पर रहेंगे। 7 दिसंबर को अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था, लेकिन उन्हें अलोकतांत्रिक तरीके से रोक कर हाउस अरेस्ट किया गया है।
हमारे नेता ने कहा है कि ‘कदम कदम बढ़ाए जा, दम्भ का सर झुकाए जा, ये जंग है जमीन की, अपनी जान भी लगाए जा।’ क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों को भी देखा है। इस घमंड वाली सरकार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चूर चूर कर देंगे। हमारे नेता समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसानों के साथ हैं और हम किसानों के मुद्दे पर सदन से सड़क तक लड़ते रहेंगे।
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कमिश्नर बोले- किसी को नजरबंद नहीं किया अखिलेश यादव की नजरबंदी पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि किसी को नजरबंद नहीं किया गया है। डीएम कन्नौज ने प्रस्तावित कार्यक्रम को निरस्त करने का आग्रह किया था। डीएम कन्नौज ने इसका पत्र समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निजी सचिव को भेजा था। कोविड गाइडलाइंस और धारा 144 की वजह से कार्यक्रम निरस्त करने को कहा गया है। डीएम कन्नौज के पत्र के चलते कन्नौज जाने से रोका गया है।