लखनऊ। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस आंदोलन का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है। अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरते हुए यहां तक कह दिया कि भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।
किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है. ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है.
अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं. pic.twitter.com/BAD6NSiBYZ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 29, 2020
अखिलेश यादव ने रविवार सुबह ट्वीट कर किसान आंदोलन पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है। ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है। अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।
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अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि किसानों का कर्ज माफी और आय दोगुना करने का वायदा करने वाली भाजपा अब उनका अपमान कर रही है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से कहा था कि उनको कर्ज माफ करेंगे और ऐसी नीति लाएंगे जिससे किसानों की आय दुगनी हो जाएगी।
बता दें कि पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान हजारों की संख्या में दिल्ली में जाकर तीन नए कृषि काननूों का विरोध कर रहे हैं। अभी भी देश के कई हिस्सों से किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं। ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत पंजाब, हरियाणा और यूपी समेत देशभर के किसान दिल्ली की ओर कूच रहे हैं। वहां वे केंद्र सरकार द्वारा संसद के पटल से पारित हुए नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को किसानों का कई जत्था दिल्ली के बुराड़ी में पहुंच गया है। शनिवार को किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में यूपी के किसान दिल्ली के लिए कूच किए है। किसानों के आंदोलन और आक्रोश के बीच केंद्र सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को 3 दिसंबर को बातचीत करने के लिए बुलाया है।