केंद्रीय जीएसटी ने गुरुवार को फर्जी फर्म बनाकर और फर्जी इनवाइस जारी करके 33.5 करोड़ रुपये की कर चोरी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले को यहां अब तक की सबसे बड़ी कर चोरी बताया जा रहा है।
केंद्रीय माल एवं सेवाकर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क, आगरा के आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार गिरफ्तार किये गये आरोपियों के नाम ज्षभ मित्तल, वरुण गुप्ता, विकास अग्रवाल और सुनील कुमार राठौर हैं।
विज्ञप्ति के मुताबिक विभागीय जांच में पता चला है कि चारों आरोपियों ने पिछले तीन साल के दौरान अलग-अलग नामों और पतों पर करीब 100 फर्मों का गठन किया।
इन फर्मों के बीच करीब 184.56 करोड़ के फर्जी इनवाइस जारी किए गए। इस तरह उन्होंने कथित रूप से करीब 33.5 करोड़ की कर चोरी और इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाया। पकड़े गए आरोपियों से केंद्रीय जीएसटी की पूछताछ जारी है।
केंद्रीय जीएसटी आयुक्त ललन कुमार के निर्देशन में एक विशेष दल ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया।