इटावा थाना कोतवाली क्षेत्र स्थित रहने वाले सभासद के घर की नौकरानी की हत्या मामले में पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है। हत्या के आरोप में नौकरानी के प्रेमी ट्यूशन टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जबकि आरोपित की बहनों का कहना है कि पुलिस ने सभासद के दबाव व पैसे के बल पर उनके भाई को हत्या का आरोपी बनाया गया है, जबकि वो निर्दाेष है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि बीती मंगलवार को सभासद प्रेमलता के घर पर काम करने वाली नौकरानी लक्ष्मी का शव छत पर मिला था। पुलिस ने इस मामले में प्रेमलता के भाई शिवम के अलावा घटनास्थल पर मौजूद रहे ट्यूटर शिवम को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अपनी जांच में तमाम माध्यमों का इस्तेमाल किया। पुलिस की गहन पड़ताल के बाद ट्यूटर सूरज ने अपने जुर्म को स्वीकार कर बताया कि लक्ष्मी से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। लक्ष्मी उससे शादी करना चाहती थी, लेकिन वह खुद पहले अपने आप को स्थापित करने के बाद उससे शादी करना चाहता था। लेकिन वो उस पर दबाव बना रही थी। इसी वजह से उसकी हत्या कर दी।
वहीं, इस मामले में सूरज के परिजनों ने दावा किया है कि पुलिस ने पैसे के दबाव में सभासद प्रेमलता, उसके पति पूर्व पार्षद दिलीप दुबे और उसके प्रेमलता के भाई को पुलिस ने जांच में निर्दाेष साबित कर दिया है। जबकि हकीकत में यह तीनों लोग ही हत्यारोपी है। सूरज की बहनों का साफ तौर पर कहना है कि पुलिस ने दबाव बनाकर उसके भाई से हत्या का जुर्म स्वीकार कराया है।
अब दोनों बहनों ने एसएसपी आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करके अपने भाई को हत्या के मामले में फंसाए जाने पर नाराजगी जतायी है। कहा कि सभासद बेहद सम्पन्न और पैसे के बल पर हत्या जैसे मामले से बाहर निकल गए हैं।