जम्मू। 21 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त तक चलने की संभावना के बीच श्री अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए बोर्ड ने फैसला लिया है कि इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा का संचालन करना उचित नहीं है। यात्रा को रद्द करने की घोषणा की जा रही है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट गवर्नर गिरीश चंद्र मुर्मू ने मंगलवार को बोर्ड की 39वीं बैठक की अध्यक्षता की। बोर्ड के सदस्यों ने यात्रा के संचालन पर चर्चा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। श्राइन बोर्ड ने कहा कि हम लाखों भक्तों की भावनाओं के बारे में जानते हैं और उनका सम्मान करते हैं। बोर्ड सुबह और शाम की आरती का लाइव टेलीकास्ट जारी रखेगा। इसके अलावा पारंपरिक अनुष्ठानों को भी पहले की तरह जारी रखा जाएगा।
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हालांकि अमरनाथ यात्रा शुरू करने को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा था। कई बार रूट में भी बदलाव करने की योजना बनाई गई थी। यात्रियों को हेलीकॉप्टर से बाबा के दर्शन कराने पर विचार किया गया था। सावन पूर्णिमा यानी तीन अगस्त तक पवित्र गुफा में सुबह-शाम की आरती चलती रहेगी। इसके साथ ही छड़ी मुबारक समेत सभी परंपराओं का निर्वहन होगा। हालांकि पहले संभावना जताई जा रही थी कि इस साल यात्रा होगी। इस बीच शुक्रवार को यात्रा के लिए ‘प्रथम पूजा’ भी आयोजित की गई थी।
अमरनाथ यात्रा के लिए हर साल अप्रैल के पहले सप्ताह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होती है, हालांकि इस बार कोरोना महामारी के चलते प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी। साल 2000 में अमरनाथ श्राइन बोर्ड बनाया गया, जिसका चेयरमैन जम्मू कश्मीर के राज्यपाल या उपराज्यपाल होते हैं।
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इसी बीच, बाबा बर्फानी का हिम शिवलिंग आधे से ज्यादा पिघल चुका हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 18 जुलाई को अमरनाथ दर्शन के लिए गए थे। उस दिन जो तस्वीरें सामने आई थीं, उनमें बाबा बर्फानी के शिवलिंग का ज्यादातर हिस्सा पिघला नजर आया था।