नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव चरम पर है। इसी बीच अमेरिका का इस मामले में बड़ा बयान आया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बुधवार को कहा है कि अमेरिका पूरे मामले का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान की उम्मीद कर रहा है।
From the Taiwan Strait to the Himalayas and beyond, the Chinese Communist Party is engaged in a clear and intensifying pattern of bullying its neighbours. It is also evident in the South China Sea: US Secretary of State Mike Pompeo pic.twitter.com/lpzKBtQqTy
— ANI (@ANI) September 2, 2020
चीन पर निशाना साधते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य से लेकर हिमालय और उससे आगे तक, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अपने पड़ोसियों को धमकाने के एक स्पष्ट और गहन पैटर्न में लगी हुई है। इसके साथ ही यह तरीका साउथ चाइना सी में भी अपना रही है।
More missile tests were done in China last year than all western nations combined. If you're going to be serious, you've to use those in a way that is consistent with how nations undertake obligation under nuclear proliferation treaties: US Secretary of State Mike Pompeo
— ANI (@ANI) September 2, 2020
माइक पोम्पिओ ने दावा किया कि पिछले वर्ष सभी पश्चिमी देशों की तुलना में चीन में अधिक मिसाइल परीक्षण किए गए थे। बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में जून के मध्य में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक टकराव के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और खराब हो गए थे। इस टकराव में भारत के 20 जवानों ने शहादत दी थी, जबकि चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे। इसके बाद, फिर से पिछले महीने चीनी सैनिकों ने उकसावेपूर्ण कार्रवाई की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
कोरोना वायरस के बाद अपनी विस्तारवादी नीति की वजह से दुनियाभर में घिरे चीन पर अमेरिका पहले भी निशाना साध चुका है। अमेरिका ने गत दिनों में सीमा, साउथ चाइना सी से लेकर विभिन्न मुद्दों पर चीन पर हमला बोलते हुए भारत का साथ दिया है।