उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का 21 अगस्त को निधन हो गया था। 22 अगस्त को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की गई।
शोक संवेदना व्यक्त किए जाने की एएमयू के छात्रों ने निंदा की है। इस संबंध में विश्वविद्यालय परिसर में कई जगह पर्चे चिपकाए गए हैं। पर्चों में कुलपति तारिक मंसूर के खिलाफ बातें लिखीं गई हैं। हालांकि मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस तरह के पर्चे हटवा दिए हैं।
परिसर में चिपकाए गए पर्चे में कहा गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इस तरह शोक संवेदना व्यक्त करना भावनाओं को आहत करने वाला है। क्योंकि पूर्व में जो हुआ है वह किसी से छिपा हुआ नहीं है।
यह अलीग बिरादरी की भावनाओं पर चोट करने जैसा है। यह पर्चे हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा में हैं। कुछ लोगों ने इन पर्चों का फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर भी डाल दिया है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली कहते हैं कि विश्वविद्यालय परिसर में इस समय छात्र नहीं हैं। कैंपस खाली है। कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस तरह के पर्चे दो-तीन जगह चिपकाए गए थे, जिसके विषय में जानकारी होने पर उनको तत्काल हटवा दिया गया। जहां तक सोशल मीडिया का संबंध है उस पर कोई भी व्यक्ति टिप्पणी कर सकता है। अगर वह कानून उल्लंघन के दायरे में आता है तो जांच की जाएगी।
दिवंगत कल्याण सिंह की कलश यात्रा निकालेगी BJP, इन नदियों में होगा विसर्जन
मामले में अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी।