कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक के बाद एक ट्रेनों को पलटाने (Derail Train) की साजिश के मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार सुबह मालगाड़ी को पलटाने का प्रयास किया गया। मालगाड़ी कानपुर से प्रयागरात की ओर जा रही थी। जैसे ही प्रेमपुर स्टेशन पर लूप लाइन पर पहुंची थी कि गाड़ी के लोको पायल देव आनंद गुप्ता और सहायक लोको पायलट सीसीब सिंह ने ट्रैक पर सिलेंडर रखा देखा।
जानकारी के मुताबिक, नॉर्थर्न सेंट्रल रेलवे के प्रयागराज डिवीजन के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एलपीजी का छोटा सिलेंडर मिला था। यहां से मालगाड़ी गुजरने वाली ही थी कि लोको पायलट ने उससे पहले ही मालगाड़ी को रोक दिया, जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। जिस जगह रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला है, वो कानपुर देहात जिले में पड़ता है।
रेलवे सुरक्षा बल के एसपी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर पांच किलो की क्षमता वाला एलजीपी का खाली सिलेंडर रखा हुआ पाया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन (Train) की स्पीड काफी धीमी थी। लोको पायलट ने जब सिलेंडर को देखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाई और उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस मामले में आरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है। साथ ही इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई है।
कानपुर में ही कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश
बीते आठ सितंबर की रात करीब 8।30 बजे कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को ब्लास्ट कर उड़ाने की साजिश सामने आई थी। प्रयागराज से भिवानी की ओर जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी गैस से भरे सिलेंडर टकराई थी। उसके बाद तेज आवाज भी हुई थी। इतना ही नहीं घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी बोतल और माचिस के साथ बारूद भी मिला था। इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। इसके अलावा यूपी एटीएस, पुलिस और जीआरपी भी जांच कर रही है।