वाशिंगटन। कोरोना वायरस संक्रमण पर रोकथाम को लेकर पूरी दुनिया प्रयासरत है। इस बीच अमेरिका में ऊंट की प्रजाति वाले पशु लामा से नॉवेल कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने वाले एंटीबडीज की पहचान की गई है। इनके छोटे आकार के कारण इन्हें नैनोबडी कहा जा रहा है। यूनिवर्सिटी में हेल्थ साइंसेज के प्रोफेसर डेविड एल ब्राडी ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि ये एंटी कोविड-19 नैनोबडीज अत्यधिक प्रभावी साबित होंगे।
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जब से महामारी शुरू हुई है अनेकों रिसर्चरों ने लामा का नैनोबडी प्रस्तुत किया है जो संक्रमण को रोकने का दावा करते हैं लेकिन इस नवीनतम अध्ययन में थोड़ी अलग रणनीति बताई गई है। औसतन देखा जाए तो इन प्रोटीन का वजन अधिकतर मानव एंटीबडी की तुलना में दसवां हिस्सा है। ऊंट की प्रजाति वाले जानवरों के इम्यून सिस्टम से ये प्राकृतिक तौर पर बने विशेष एंटीबडी मिले हैं। इस प्रजाति के जानवरों में ऊंट, लामा और अल्पाका हैं। वैज्ञानिकों ने एंटीबडीज के एक सेट को आइसोलेट किया गया है जो संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इसके शुरुआती परिणामों को एक जर्नल में प्रकाशित किया गया।
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इसके अनुसार, वैज्ञानिक रिर्पोटों का दावा है कि नैनोबडी दोनों ही अवस्था द्रव्य (liquid) और हवा में आसानी से रह सकता है। इसमें यह भी बताया गया है कि इसे सांस के जरिए अंदर लेने के बाद प्रभाव दिखेगा। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के रिसर्चरों का कहना है कि आइसोलेट कि एग सेट में से कम से कम एक एंटीबडी NIH-CoVnb-112 संक्रमण को रोकने में सक्षम है। उनके अनुसार यह SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन को पकड़ वायरस पार्टिकल की पहचान कर लेगा और संक्रमण को रोक सकता है। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि इन नैनोबडी को इनहेलर व नेजल स्प्रे में भरकर दिया जा सकता है।