• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

म्यांमार में सेना ने खेली ‘खून की होली’, आंदोलनकारियों पर गोलीबारी में 100 से अधिक की मौत

Writer D by Writer D
28/03/2021
in Main Slider, अंतर्राष्ट्रीय, क्राइम, ख़ास खबर
0
voilence in Myanmar

voilence in Myanmar

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

म्यांमार में सेना के तख्तापलट के खिलाफ लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। सेना ने शनिवार को देश की राजधानी नायपिटाव में वार्षिक सैन्य दिवस पर परेड किया। लेकिन आंदोलन को कुचलने के लिए सेना ने दर्जनों लोगों को मौत के घाट उतार दिया। लोगों के आंदोलन को दबाने के लिए ये म्यांमार में सेना की अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है।

ऑनलाइन न्यूज वेबसाइट म्यांमार नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को सेना की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या 114 तक पहुंच गई। यंगून में एक स्वतंत्र शोधकर्ता के मुताबिक सेना ने दो दर्जन से ज्यादा शहरों और कस्बों में आंदोलित लोगों के खिलाफ गोलीबारी की जिसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए।

मरने वालों का अनुमानित आंकड़ा इससे पहले की सेना की गोलीबारी में 14 मार्च को मारे गए लोगों से अधिक है। 14 मार्च की घटना में 74-90 लोगों के मारे जाने की बात कही गई थी।

पीएम मोदी यात्रा के बाद बांग्लादेश में भड़की हिंसा, हिन्दू मंदिरों पर हमला, 10 की मौत

सुरक्षा वजहों से नाम न जाहिर करने वाले शोधकर्ता की ओर से आमतौर पर प्रत्येक दिन के अंत में असिस्टेंट एसोसिएशन ऑफ पॉलिटकल प्रिजनर्स की मदद से सेना की हिंसक कार्रवाई में मारे जाने वाले लोगों का आंकड़ा जारी किया जाता है। शोधकर्ता की ओर से जारी मृत्यु संबंधी आंकड़े और गिरफ्तारी के दस्तावेज को व्यापक रूप से एक निश्चित स्रोत के रूप में देखा जाता है। हालांकि समाचार एजेंसी द एसोसिएट प्रेस ने मौत के इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है।

सेना की तरफ से इन हत्याओं को दिए गए अंजाम के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी निंदा की जा रही है। म्यांमार के कई राजनयिक मिशनों ने बयान जारी किए जिसमें बच्चों सहित शनिवार को नागरिकों की हत्या का उल्लेख किया गया।

म्यांमार के यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने ट्वीट किया, “76वें म्यांमार सशस्त्र बल दिवस का दिन आतंक और अपमान का दिन माना जाएगा। बच्चों सहित निहत्थे नागरिकों की हत्या अनिश्चितकालीन कृत्य है।” अमेरिकी राजदूत थॉमस वाजदा ने एक बयान में कहा, “सुरक्षा बल निहत्थे नागरिकों की हत्या कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “ये एक पेशेवर सैन्य या पुलिस बल का यह एक्शन नहीं हो सकता है। म्यांमार के लोग सैन्य शासन में नहीं रहना चाहते हैं। वे (जनता) साफ साफ बोल रहे हैं।”

यमुना एक्सप्रेसवे पर डिवाइडर से टकराकर पलटी कार को रोडवेज बस ने मारी टक्कर, तीन की मौत

म्यांमार में सेना की निरंकुशता का आलम यह हो गया है कि हर रोज मृत्यु का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। एक फरवरी को हुए तख्तापलट के बाद से सेना ने आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को बाहर कर दिया। सेना तख्तापलट का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों के खिलाफ और शक्तिशाली हुई है और निर्मम हत्याओं को अंजाम दे रही है।

असिस्टेंट एसोसिएशन ऑफ पॉलिटकल प्रिजनर्स की मानें तो म्यांमार में तख्तापलट के बाद से सेना शुक्रवार 26 मार्च तक 328 लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है।

नायपिटाव में सशस्त्र सेना दिवस पर दिए अपने भाषण में जुंटा के प्रमुख सीनियर जनरल मिन आंग ह्लांग ने सीधे तौर पर विरोध आंदोलन का जिक्र नहीं किया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि आतंकवाद देश की शांति और सुरक्षा के लिए हानिकारक जो अस्वीकार्य है।

म्यांमार में इस साल की शुरुआत विरोध प्रदर्शनों और हिंसा से भरी रही, सेना लोगों के आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रही है। आंदोलनकारियों ने सशस्त्र सेना दिवस को प्रतिरोध दिवस का नाम दिया। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापानी कब्जे के खिलाफ भी इसी तरह का प्रतिरोध देखने को मिला था।

बता दें कि म्यांमार को बर्मा के नाम से भी जाना जाता है। यह देश 1948 में ब्रिटेन के औपनिवेशिक कब्जे से आजाद हुआ। हालांकि उसके बाद म्यांमार में ज्यादातर सैन्य शासन रहा है। म्यांमार में एक फरवरी 2021 में सेना ने तख्तापलट कर दिया और सत्ता पर काबिज हो गई। तब से सेना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। 27 मार्च शनिवार को म्यांमार में बड़ी तादाद में लोग सड़कों पर निकले।

Tags: crime newsinternational Newsvoilence in Myanmar
Previous Post

पीएम मोदी यात्रा के बाद बांग्लादेश में भड़की हिंसा, हिन्दू मंदिरों पर हमला, 10 की मौत

Next Post

UP STF के ASP राजेश सिंह का ब्रेन हेमरेज से निधन, अधिकारियों ने जताया शोक

Writer D

Writer D

Related Posts

Centipedes
Main Slider

धनतेरस पर इस कीड़े का दिखना होता है शुभ, मां लक्ष्मी के आगमन का है संकेत

15/10/2025
Marriage
धर्म

शादी में आ रही है अड़चनें, तो आजमाएं ये अचूक उपाय

15/10/2025
Curtains
Main Slider

इस दिवाली पर मार्केट से नहीं खुद ही बनाए पर्दे

15/10/2025
Back
Main Slider

पहनना चाहती है बैकलेस चोली, तो बैक को ऐसे बनाएं ग्लोइंग

15/10/2025
Old Clothes
Main Slider

पुराने कपड़ों से अपने घर को करें डेकोरेट, हर कोई करेगा तारीफ

15/10/2025
Next Post
STF ASP Rajesh Singh

UP STF के ASP राजेश सिंह का ब्रेन हेमरेज से निधन, अधिकारियों ने जताया शोक

यह भी पढ़ें

narnedra-modi

बिहार चुनाव: PM मोदी 12 रैलियों में करेंगे प्रचार

16/10/2020
fraud

जौनपुर : धोखाधड़ी मामले में रिटायर स्वास्थ्य कर्मी समेत चार के खिलाफ FIR

24/10/2020
Rahul Gandhi

फिर गोल्डन टेंपल पहुंचे राहुल गांधी, छबील पर बैठ की पानी की सेवा; धोए जूठे बर्तन

03/10/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version