उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्र पर भी दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिये जरूरी है कि शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के तहत प्रशिक्षण दिया जाये।
श्रीमती पटेल ने सोमवार को यहां डाॅ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों में अंतर्निहित विशिष्ट बौद्धिक सामथ्र्य को विकसित कर उन्हें राष्ट्र निर्माण के महान कार्य के लिये गतिशील करने में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। विश्वविद्यालय से शिक्षा एवं प्रशिक्षण के बाद उपाधि धारकों में एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हो रहा है तथा आजीविका, रोजगार एवं स्वरोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
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उन्होने कहा कि वास्तव में शिक्षा के माध्यम से हमें ऐसे विद्यार्थियों को गढ़ना है जो राष्ट्र-गौरव के साथ-साथ विश्व-कल्याण की भावना से ओत-प्रोत हों और वे सही मायने में ग्लोबल सिटिजन बन सकें। यह विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों के पठन-पाठन, आकलन एवं उनके मूल्यांकन की विधियों में व्यापक सुधार के संबंध में विचार कर अपेक्षित सुधारों को लागू करें। राज्यपाल ने दीक्षान्त समारोह में 121 विद्यार्थियों को 151 मेडल देकर सम्मानित किया।
श्रीमती पटेल ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिये विश्वविद्यालय परिसर में डाक-घर का शुभारम्भ किया तथा विश्वविद्यालय पर डाक टिकट निर्गत किया। इसके साथ ही राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण एवं उनकी कविता पर आधारित विथिका का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की यह प्रतिमा विद्यार्थियों को सदैव आगे बढ़ने एवं देश प्रेम की प्रेरणा देती रहेगी।