बांदा। यूपी के जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद को 2 माह पहले एक व्यक्ति ने तमाम अनैतिक कार्यों की सूची सौंप कर काम न कराने पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत करने की धमकी दी थी। आरोपित ने खुद को बीजेपी के अध्यक्ष का सहयोगी बताया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। जिसे मंगलवार को पुलिस ने पकड़ (Arrested) कर पूछताछ शुरू कर दी है। पकड़ा गया आरोपी इसी जिले का निवासी है।
बताते चलें कि 2 माह पूर्व एक व्यक्ति ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सहयोगी आदित्य त्रिवेदी के नाम से फोन किया था। फोन के जरिए ही उसने बताया कि मैं अपने एक रिश्तेदार को भेज रहा हूं, कुछ काम है उन्हें करवा देना। इस कथित व्यक्ति ने भेजे गए युवक को अपना रिश्तेदार बताया। जिसने मंत्री जी से मिलकर कुछ कार्यों की सूची सौंपी थी। इस सूची में राज मोहन सिंह के नाम शस्त्र लाइसेंस जारी कराने का कार्य भी सम्मिलित था। सूची मिलने के बाद दूसरे दिन आदित्य त्रिवेदी के नाम से फोन करने वाले व्यक्ति ने मोबाइल पर मैसेज भेज कर भेज कर कार्य न कराने पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत करने की धमकी दी।
राज्य मंत्री निषाद ने इस मामले की सच्चाई जानने के लिए पार्टी के उच्च नेताओं से संपर्क किया। जिनके माध्यम से पार्टी नेता आदित्य त्रिवेदी से भी बात हुई और उन्होंने कहा कि मैंने किसी रिश्तेदार को सूची लेकर नहीं भेजा है।
इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिलते ही राज्य मंत्री के समर्थक शैलेंद्र मोहन श्रीवास्तव ने कोतवाली बांदा में लिखित तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। जिस फोन से मैसेज किया गया था। उसकी जांच पड़ताल के बाद जनपद के थाना मरका अंतर्गत ग्राम मऊ निवासी रेवती रमण मिश्रा पुत्र रामप्रकाश पकड़ा गया। इसी व्यक्ति ने फोन करके मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी।
इस बारे में कोतवाली प्रभारी संदीप तिवारी ने बताया कि पूर्व की तहरीर के आधार पर युवक को हिरासत (Arrested) में लेकर पूछताछ की जा रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद अभी इसकी विवेचना जारी है। पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेजा जा सकता है।