मथुरा। उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले की कोतवाली पुलिस ने नकली सोने (fake jewelery) के बदले बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले एक गिरोह के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार (arrested) किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने शुक्रवार को बताया कि इस गिरोह के सरगना मथुरा निवासी राजेश अग्रवाल ने भारतीय स्टेट बैंक की गोविन्दगंज एवं डेम्पियर नगर शाखा को तथा कैनरा बैंक की शांति मार्केट एवं चौक बाजार शाखा को चूना लगाने के लिए नकली सोने के आभूषणों का सहारा लिया था। उसने अपनी योजना को कार्यरूप में बदलने के लिए देव टंच ज्वेलर्स के नौकर धर्मेन्द्र सोनी तथा अन्य की मदद ली।
उन्होंने बताया कि उसने पहले नकली आभूषण को असली सोने के आभूषण की शक्ल में बदला और इसके बाद उक्त टंच की दुकान से असली सोना होने का प्रमाणपत्र बनवाया। नकली सोने और नकली प्रमाणपत्र के सहारे उसने उक्त चारों बैंकों से लगभग तीन करोड़ रुपया उधार ले लिया। मथुरा निवासी इस गिरोह के हेमेन्द्र प्रकाश, सरगना राजेश अग्रवाल एवं उसकी बेटी श्रेया सहित अन्य लाेगों ने नकली आभूषणों और प्रमाणपत्र के आधार पर 21 गोल्ड लोन स्वीकार करने में सफलता प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि इस धोखाधड़ी का खुलासा 20 दिसंबर 2021 को तब हुआ जब त्रैमासिक जांच के दौरान कैनरा बैंक के रीजनल मैनेजर ने जांच में आभूषणों को नकली पाया। उन्होंने धारा 420/ 467/468/471 आईपीसी और धारा 120 बी आईपीसी के अन्तर्गत उक्त आठ ठगों के खिलाफ दो पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी अवधि में स्टेट बैंक गोविन्दगंज एवं डेम्पियर नगर शाखाओं की ओर से धारा 420/ 467/468/471 और 120 बी आईपीसी के अन्तर्गत उक्त आठ ठगों के खिलाफ दो पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
पुलिस ने इस ठगी के मामले में मथुरा के निवासी सरगना राजेश अग्रवाल व उसकी बेटी श्रेया, सुहेल, धर्मेन्द्र सोनी और रंजना वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बैंक से की गई ठगी में अपने हिस्से के मिले पैसों से खरीदी गयी धर्मेन्द्र सोनी की एक कार एवं एक मोटरसाइकिल भी जब्त कर थाने में रख ली है। सरगना राजेश ने यह भी बताया कि तीन महीने के अन्दर ही 36 गोल्ड लोन लिये गए और तीन करोड़ रूपए बैंकों से कर्ज लिया तथा इसे आपस में बांट लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस घटना में शामिल 16 अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है।