मुंबई। दिग्गज अभिनेता अरुण बाली (Arun Bali ) का 79 वर्ष की उम्र में शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया। उन्हें मियासथीनिया ग्रेविस नाम की बीमारी थी। बाली के निधन से मनोरंजन जगत शोक में डूब गया। 23 दिसंबर, 1942 को जन्मे अरुण बाली ने टेलीविजन और बॉलीवुड दोनों में ही काम किया था और अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी।
अरुण बाली काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। अरुण बाली की खराब तबीयत के चलते उन्हें कुछ महीने पहले अस्पताल में एडमिट कराया गया था। अरुण बाली Myasthenia Gravis नामक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे थे। Myasthenia Gravis एक ऑटोइम्यून रोग है। ये बीमारी नर्व्स और मसल्स के बीच कम्युनिकेशन फेलियर के कारण होती है।
अरुण बाली इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकार थे, जिनका जाना हर किसी को इमोशनल कर गया है। अरुण बाली के निधन की खबर से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। कई सेलेब्स ने दिग्गज एक्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अरुण बाली एक हंसमुख इंसान और कलाकार थे। वो किसी भी रोल में खुद को बखूबी ढालना जानते थे।
सीरियल और फिल्मों में आये नजर
अरुण बाली (Arun Bali ) ने 90 के दशक में अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने ‘राजू बन गया जेंटलमैन’, ‘खलनायक’, ‘फूल और अंगारे’, ‘आ गले लग जा’, ‘सत्या’, ‘हे राम’, ‘ओम जय जगदीश’, ‘केदारनाथ’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘3 ईडियट्स’, ‘बर्फी’, ‘एयरलिफ्ट’, ‘बागी 2’, ‘पानीपत’, ‘केदारनाथ’ और ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी कई बड़ी फिल्मों का अहम हिस्सा रहे। फिल्म्स के अलावा वो टीवी शोज में भी एक्टिव थे।
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अरुण बाली (Arun Bali )ने ‘फिर वही तलाश’, ‘दिल दरिया’, ‘देख भाई देख’, ‘महाभारत कथा’, ‘शक्तिमान’, ‘कुमकुम’, ‘देवों के देव महादेव’ और ‘स्वाभिमान’ जैसे शोज में भी काम किया है। पर असली लोकप्रियता उन्हें कुमकुम सीरियल से मिली। शो में उन्होंने कुमकुम यानी जूही परमार के दादाजी का रोल अदा किया था।
दुख की बात ये है कि आज ही अरुण बाली (Arun Bali ) की फिल्म गुडबाय रिलीज हुई है और ये उनकी आखिरी फिल्म साबित हुई।