लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) की 278 दिन बाद आज रिहाई हो सकती है। आशीष को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। कोर्ट ने आशीष मिश्रा को आठ हफ्ते यानी 2 महीने की सशर्त जमानत दी है। 7 दिन के भीतर आशीष मिश्रा को यूपी और दिल्ली छोड़ना होगा। सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत का आदेश बुधवार शाम तक लखीमपुर जेल नहीं पहुंच सका था। इसकी वजह से आशीष मिश्रा की रिहाई नहीं हो सकी थी।
गुरुवार को गणतंत्र दिवस की छुट्टी थी, ऐसे में रिहाई आदेश आज पहुंचने की उम्मीद है। आज मामले के मुख्य आरोपी के अधिवक्ता द्वारा अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम के न्यायालय में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का एक प्रार्थना पत्र के साथ दाखिल किया जाएगा। इसके बाद प्रथम सत्र न्यायाधीश द्वारा जमानत के लिए अमाउंट फिक्स किया जाएगा। न्यायालय के आदेश से ही जमानत का वैरिफिकेशन होगा, जिसके बाद देर शाम तक आशीष मिश्रा मोनू की रिहाई हो सकती है।
फरवरी में 129 दिन बाद जेल से रिहा हुआ था आशीष (Ashish Mishra)
लखीमपुर में 3 अक्टूबर 2021 को हुई हिंसा के बाद पहली बार 9 अक्टूबर को आशीष मिश्रा ने सरेंडर किया था। 10 अक्टूबर को SIT ने गिरफ्तार कर लिया था। तब से वह 129 दिन तक जेल में रहा। 10 फरवरी को हाईकोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत दी थी। 15 फरवरी को आशीष जेल से बाहर आया था।
जमानत के 68 दिन बाद किया था सरेंडर
आशीष की जमानत के बाद 10 मार्च को गवाह दिलजोत सिंह पर हमला हुआ। 10 मार्च को तिकुनिया थाने में दिलजोत सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई। फिर अप्रैल में रामपुर में हरदीप सिंह पर हमला हुआ। सुप्रीम कोर्ट में वकील ने गवाहों पर हमले के मामले को उठाया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गवाहों की सुरक्षा के आदेश दिए। आशीष मिश्रा को सरेंडर करने के आदेश दिए। आशीष ने जमानत के 68 दिन बाद 24 अप्रैल को सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से ही वकील उसकी जमानत में लगे लगे हुए थे।
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क्या हुआ था 3 अक्टूबर 2021 को
प्रदेश के लखीमपुर जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर 2021 को हिंसा हुई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के इशारे पर जीप से प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया गया था। घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा भड़कने के बाद इस पूरे घटनाक्रम में 8 लोगों
केस में 12 और आरोपी
आशीष मिश्रा के अलावा अंकित दास, लतीफ काले, नंदन सिंह बिष्ट, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, आशीष पांडे, शेखर भारती, लवकुश राणा, सुमित जायसवाल, शिशु पाल, रिंकू राणा, उल्लास कुमार त्रिवेदी और धर्मेंद्र बंजारा शामिल हैं। ये सभी आरोपी जेल में बंद हैं।