वाराणसी| बीएचयू में अंतिम सत्र के विद्यार्थियों की परीक्षा अब असाइनमेंट आधारित होगी। सेशनल परीक्षा को असाइनमेंट आधारित बनाए जाने की मंजूरी मिल गई है। कार्यकारी परिषद ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्यवर्ती व अंतिम सेमेस्टर के छात्रों के लिए सेशनल परीक्षा को असाइनमेंट आधारित बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
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इसके तहत शिक्षक ई-मेल, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से छात्र-छात्राओं को असाइनमेंट भेज सकते हैं। जिसे 15 दिन की अवधि में पूरा किया जाना होगा। इसके अलावा जिन मामलों में सेशनल मार्च 2020 में विश्वविद्यालय बंद होने से पहले या तो संपन्न करा लिए गए हैं या आंशिक रूप से पूरे किए गए हैं। उनमें छात्रों को असाइनमेंट आधारित सेशनल का भी विकल्प दिया जाएगा। जिस भी माध्यम से उन्होंने अधिक अंक अर्जित किए हैं।
वहीं अंक उन्हें अंतिम रूप से दिए जाएंगे। बीएचयू के पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि मध्यवर्ती सेमेस्टर के छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रोन्नति दी जाएगी। इस संबंध में उच्चतर वर्ष में प्रोमोशन के लिए 4.0 सीजीपीए प्राप्त करने की अनिवार्यता से छूट दे दी गई है। सत्र 2019-20 के मध्यवर्ती सेमेस्टर के छात्रों के लिए सेमेस्टर के अंत में होने वाली परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी।
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यूजीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार मध्यवर्ती सेमेस्टर के छात्रों के लिए सेशनल और सेमेस्टर के अंत में होने वाली परीक्षा के भारांक का वितरण 50:50 के रूप में निर्धारित किया जाएगा। सेमेस्टर के अंत में होने वाली परीक्षा के अंक पूर्ववर्ती सेमेस्टर में छात्र के प्रदर्शन पर आधारित होंगे। अगर छात्र इस आधार पर प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं हैं तो वह आगामी शैक्षणिक सत्रों में उपलब्ध ऐसे पाठ्यक्रमों की परीक्षा में उपस्थित होकर अपने ग्रेड में सुधार कर सकता है।