भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में सहायक कुलसचिव ने मंगलवार को संदिग्ध हालात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आईआईटी परिसर में बने आवास में जब परिजनों ने फांसी पर उनका शव लटका देखा तो उनके होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों से पूछताछ की। जिसमें डिप्रेशन के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाए जाने की बात कही जा रही है।
मूलरुप से असम प्रांत के रहने वाले सुरजीत दास (40) कानपुर आईआईटी में सहायक कुलसचिव के पद पर कार्यरत थे। परिवार में पत्नी बुलबुल दास, बड़ा बेटा शोभित व छोटा सुमई हैं। बताया जा रहा है कि सहायक कुलसचिव दास कुछ समय से डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे थे और उनका दिल्ली के साथ शहर के एक हुसैन नाम के डाक्टर का इलाज चल रहा था।
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असिस्टेंट रजिस्ट्रार का छोटा बेटा कोविड महामारी के बढ़ रहे संक्रमण की चपेट में बीते दिनों आ गया था। इस बात को लेकर सहायक कुलसचिव काफी अवसाद में चले गए और आज उनका शव फांसी आईआईटी परिसर में स्थित आवास के लटकता मिला। पति का शव फांसी पर लटका देख पत्नी के पैरों तले जमीन निकल गई और चीख सुनकर परिसर में रहने वाले अन्य आईआईटी स्टॉफ कर्मी पहुंच गए।
घटना की जानकारी होते ही उन्होंने संस्थान प्रबंधन के साथ ही पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और परिजनों से घटना के बाबत पूछताछ की।
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एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आईआईटी में कार्यरत सहायक कुलसचिव द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गई है। घटना के पीछे उनका डिप्रेशन में होना बताया जा रहा है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम भेजते हुए अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।