कौशांबी। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) की जांच में लगी एसटीएफ ने मंगलवार रात करारी कोतवाली के नेवारी गांव में दबिश देकर महमूद उर्फ गुड्डू रायफल को हिरासत (Custody) में लिया है। हत्याकांड के बाद से तीन संदिग्ध लोग गुड्डू के यहां ठहरे हुए थे। बुधवार को गांव के बाहर स्थित ससुर खदेरी नदी के पास से तीनों संदिग्धों को भी एसटीएफ ने हिरासत में ले लिया।
नेवारी गांव निवासी महमूद उर्फ गुड्डू रायफल माफिया अतीक का करीबी है। उसके खिलाफ कोखराज कोतवाली में करीब 12 साल पहले गैस एजेंसी के वाहन सवारों से लूट, पश्चिमशरीरा कोतवाली इलाके में मूर्ति चोरी व करारी कोतवाली के मझियावां गांव के पूर्व प्रधान रफीक पर जानलेवा हमले का केस दर्ज हुआ था। गुड्डू रायफल का अतीक के यहां आना-जाना था।
सूत्रों की मानें तो उमेश पाल हत्याकांड के बाद तीन संदिग्ध लोग चार पहिया वाहन से आकर गुड्डू रायफल के यहां ठहरे थे। इसकी सूचना पर मंगलवार रात आई एसटीएफ ने गुड्डू को हिरासत में ले लिया। बुधवार दोपहर फिर एसटीएफ ने नेवारी गांव के समीप स्थित ससुर खदेरी नदी के पास कांबिंग की। सूत्रों की मानें तो तीन लोग जंगल में छिपे बैठे थे, जिन्हें एसटीएफ की टीम हिरासत में लेकर चली गई है।
राजूपाल हत्याकांड के आरोपी व माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवि की बहन, बहनोई व भांजे को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अब्दुल कवि की बहन बेरुई गांव के पूर्व प्रधान इरफान के बड़े भाई रियाकत से ब्याही है। शादी के तीन साल बाद ही रियाकत परिवार के साथ मुंबई चला गया और वहीं पर बस गया।
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महीने भर पहले कवि की बहन बेटे के साथ गांव आई थी। मंगलवार को करारी, कौशाम्बी व सरायअकिल कोतवाली की पुलिस ने पूर्व प्रधान इरफान, कवि की बहन व भांजे को हिरासत में ले लिया।