हिंदू धर्म में नवरात्रि (Navratri) का विशेष महत्व है। नवरात्रि का त्योहार मां दुर्गा को समर्पित है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा का विधान है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घटस्थापना की जाती है। मान्यता है कि अभिजित मुहूर्त में कलश स्थापना करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त-
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 2025:
चैत्र नवरात्रि ( Chaitra Navratri) के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और सुबह 10 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। घटस्थापना की शुभ अवधि 04 घंटे 08 मिनट की है।
घटस्थापना का अभिजित मुहूर्त-
कलश स्थापना का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 01 मिनट पर प्रारंभ होगा और दोपहर 12 बजकर 50 मिनट मिनट पर समाप्त होगी। अभिजित मुहूर्त की कुल अवधि 50 मिनट रहेगी।
प्रतिपदा तिथि कब से कब तक रहेगी:
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिपदा तिथि 29 मार्च 2025 को दोपहर 04 बजकर 27 मिनट पर प्रारंभ होगी और प्रतिपदा तिथि का समापन 30 मार्च 2025 को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा।
चैत्र नवरात्रि ( Chaitra Navratri) घटस्थापना का शुभ मुहूर्त-
लाभ – उन्नति: 09:20 ए एम से 10:53 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम:10:53 ए एम से 12:26 पी एम
शुभ – उत्तम: 01:59 पी एम से 03:32 पी एम
मां दुर्गा का प्रिय भोग-
नवरात्रि में मां दुर्गा को ऋतु फल, बताशे, खीर, हलवा व पूरी-चना का भोग लगाना चाहिए।