अयोध्या (Ayodhya) में दीपोत्सव का आगाज हुआ तो पूरी रामनगरी दुल्हन की तरह सजी-धजी नजर आई। हर तरफ उल्लास और भगवान श्रीराम की स्तुति व भजनों से रामनगरी राममय हो उठी है। दीपोत्सव (Deepotsav) में इस बार राममंदिर निर्माण शुरू होने की खुशी पीएम मोदी के आने से कई गुना बढ़ गई है।
इस दीपोत्सव में रामनगरी नया इतिहास रचने को बेकरार है। पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो रहे हैं और श्रीरामलला के राज्याभिषेक कार्यक्रम में वे ‘गुरु वशिष्ठ’ की भूमिका में रहेंगे।
इसे लेकर की गई सजावट से श्रीराम जन्मभूमि, राम की पैड़ी, सरयू घाट से लेकर रामकथा पार्क तक आभा निखर उठी है।
रामनगरी में दीपोत्सव को अविस्मरणीय बनाने में शासन-प्रशासन जुटा है। राम की पैड़ी पर 15 लाख दीप जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस बार विश्व रिकॉर्ड के साक्षी पीएम नरेंद्र मोदी भी होंगे। वहीं, पूरी अयोध्या को 20 लाख दीपकों से रोशन किया जाना है।
दीपोत्सव को लेकर अयोध्या (Ayodhya) मगन है। ऐसा लग रहा है जैसे राजा राम सगुण-साकार ज्योति रूप में अवतरित हो रहे हों। दीपोत्सव को लेकर जन-जन का मन मंदिर उल्लसित है। ये उत्साह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से कई गुना बढ़ गया है।
तरह-तरह के तोरणद्वार और घाटों की सजीधजी शृंखला सबको भा रही है। लेजर लाइट की रंगीन रोशनी से सरयू का तटीय क्षेत्र नहा उठा है। इस मौके पर लोक संस्कृति भी अछूती नहीं है। रामकथा पार्क के पास सजा राम बाजार भक्तों को लुभा रहा है। यहां बने सांस्कृतिक मंच से लोक संस्कृति की झलक दिख रही है।
राम मंदिर निर्माण स्थल को फूलों, रंगोली से सजाया गया है। पूरे राम जन्मभूमि परिसर में एक लाख दीपक जलाने की तैयारी की गई है। इस दिन रामलला सहित चारो भैया दिव्य वस्त्र और आभूषण पहनाकर पूरे राम दरबार की भव्य सजावट की गई है। परिक्रमा पथ और आस-पास के क्षेत्र को भव्य रूप से सजाया गया है।