अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शनिवार को बड़ा बयान दिया। महासचिव चंपत राय ने कहा कि अयोध्या की जनता को एक नया त्योहार दीपोत्सव मिल गया है।
अब ऐसा लगता है कि यह अयोध्या के जीवन का एक हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम 14 वर्ष के बाद अयोध्या लौटे उसी का प्रतीक दीपोत्सव है और यह कल्पना योगी आदित्यनाथ को इसका सारा श्रेय जाता है। अयोध्या से गोरखपुर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह हनुमानगढ़ी जाकर बजरंगबली का दर्शन किया।
सीएम योगी ने दिवाली के मौके पर गोरक्षनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
इसके बाद उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लेने के साथ कारसेवक पुरम का निरीक्षण किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुबह भी राम की पैड़ी का निरीक्षण करने के बाद यात्री निवास पर शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों की माने तो इस दौरान मंदिर निर्माण ट्रस्ट के सदस्यों और कुछ साधु संतों के बीच उपजे असंतोष को भी उन्होंने दूर करने का प्रयास किया।
योगी आदित्यनाथ राम मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष कहे जाने वाले रामचंद्र परमहंस की समाधि पर पहुंचे, जहां उन्होंने माथा टेका और डीएम अयोध्या को समाधि स्थल के रखरखाव और व्यवस्थित करने के निर्देश दिए।
इस बार अयोध्या में 5 लाख 51 हजार से अधिक दीये जलाये गए. ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है. बता दें कि अयोध्या में तीन दिनों तक दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा. जिसकी शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है. कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी ने कहा कि अगले साल की दिवाली और भी खास होगी. सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि अगले साल अयोध्या में 7.51 लाख दीये जलाए जाएंगे.