बलिया-रेवती थाना अंतर्गत दुर्जनपुर हत्या कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को एसटीएफ टीम बलिया सदर कोतवाली लेकर पहुंची। वहीं सूचना के मुताबिक कल आरोपी धीरेन्द्र सिंह को कोर्ट में हाजिर किया जा सकता है।
बता दें की धीरेंद्र सिंह पर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। अब तक आठ नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 9 की गिरफ्तारी हो चुकी है।
बलिया गोलीकांड : मुख्य आरोपी धीरेंद्र लखनऊ से दो साथियों के साथ गिरफ्तार
वहीं इस हत्याकांड में नामजद अभियुक्त संतोष यादव व अमरजीत यादव को शहर कोतवाली पुलिस ने रविवार की सुबह नगर के वैशाली होटल के पास से गिरफ्तार कर लिया था। जबकि छह आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
ये था पूरा मामला
बलिया जिले के रेवती थाना इलाके के दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में गुरुवार को टेंट लगाकर हनुमानगंज और दुर्जनपुर की कोटे की दुकानों के चयन के लिए दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे खुली बैठक की जा रही थी। इसमें चार महिला समूहों ने आवेदन किया था। दुर्जनपुर की दुकान के लिए मां शायर जगदंबा और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान की नौबत आ गई।
प्रियंका गांधी का सवाल-बलिया हत्याकांड में योगी सरकार किसके साथ खड़ी है?
इस पर एसडीएम सुरेश कुमार पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह और एसओ प्रवीण कुमार सिंह ने व्यवस्था बनाई कि जिसके पास आधार कार्ड अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा, वही वोट कर पाएगा। एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे। दूसरे पक्ष के लोगों के पास पहचान पत्र नहीं था।
इसी बात पर हंगामा हो गया। स्थिति बिगड़ते देख बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्यवाही स्थगित कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों में तनातनी शुरू हो गई। प्रशासन के विरोध में नारेबाजी हुई। देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस दौरान धीरेंद्र ने फायरिंग कर दी। इसमें दुर्जनपुर निवासी जयप्रकाश पाल(45) को चार गोलियां लगीं। लोगों ने जयप्रकाश को सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
एसडीएम, सीओ के अलावा मौके पर मौजूद 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले में धीरेंद्र समेत आठ नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।