उत्तर प्रदेश में बाराबंकी के मसौली क्षेत्र में युवक के अपहरण और उससे फिरौती मांगने के मामले में निलंबित तीन सिपाहियों के खिलाफ शुक्रवार को कोठी थाने में अपहरण और फिरौती मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मसौली थाना क्षेत्र के मूलीगंज गांव निवासी राहुल सिंह का 16 अक्टूबर की शाम को मसौली चौराहा से अपहरण किया गया था। फिरौती के तीन लाख देकर छूटे राहुल सिंह ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की थी जिसमें उसने बताया था कि मसौली चौराहा पर 16 अक्टूबर की शाम को सफदरगंज थाने के तुरकानी गांव निवासी संदीप ने उसने कहा था कि लखनऊ से एक पार्टी आई है जो जमीन देखना चाहती हैं। मना करने के बाद भी दो कारों से आए लोग उसे जबरन लेकर चले गए।
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कोठी थाना क्षेत्र के एक मकान में ले गए और कमरे में बंद कर दिया। कोठी थाने में तैनात सिपाही जमाल ने उसे धमकाते हुए उसने दस लाख रुपये की मांग की थी। रकम न देने पर दो किलो मार्फिन में जेल भेजने की धमकी दी थी। मना करने पर उन लोगों ने सिर पर पिस्टल तान दी और रुपये मंगाने के लिए कहा। राहुल ने बताया कि परिवार व दोस्त से तीन लाख रुपये मंगा कर दिए जिसके बाद उसे छोड़ा गया।
उसने कोठी थाने में तैनात सिपाही जमाल और नीलेश सिंह और लाइन के सिपाही अमित सिंह एवं आशीष तिवारी पर आरोप लगाया था। पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने चारों आरोपी सिपाहियों नीलेश सिंह, जमाल, आशीष तिवारी व अमित सिंह को निलंबित कर दिया था। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट को दी गई थी।
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क्षेत्राधिकारी को जांच में आरोपी सिपाही नीलेश सिंह, आशीष तिवारी व जमाल के खिलाफ अपहरण व फिरौती मांगने के साक्ष्य मिले जबकि अमित सिंह के खिलाफ जांच में कोई सबूत नहीं मिले। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने पुलिस अधीक्षक को सौंपी थी।पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट की जांच रिपोर्ट के आधार पर कोठी थानाध्यक्ष को अभियुक्त सिपाहियों नीलेश सिंह, आशीष तिवारी व जमाल पर केस दर्ज करने के आदेश दिए थे।