मुंबई। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने घाटकोपर होर्डिंग (Ghatkopar Hoarding) ढहने के मामले के मुख्य आरोपी एगो मीडिया के मालिक भावेश भिड़े को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भिड़े को गुरुवार को राजस्थान में उदयपुर के गोवर्धन विलास इलाके के एक होटल से पकड़ा गया , जहां घटना के बाद से छिपा हुआ था। उसे ट्रांसफर रिमांड पर मुंबई लाया गया है और आज किला अदालत में पेश किया जायेगा।
गत 13 मई की शाम घाटकोपर होर्डिंग हादसे (Ghatkopar Hoarding Accident) में 16 लोगों की मौत हो गयी थी और काफी संख्या में लोग घायल हो गये थे। भिड़े उस कंपनी का मालिक है जिसने विशाल होर्डिंग लगाया था, जो सोमवार को अचानक आयी धूल भरी आंधी में ढह गया और उन लोगों के परिवार तबाह हो गए जो मलबे के नीचे से जीवित नहीं निकल सके।
वहीं लगातार 66 घंटे चले राहत और बचाव अभियान के बाद गुरुवार सुबह बंद कर दिया गया। मलबे से कारों सहित 70 से ज्यादा वाहनों को बाहर निकाला गया। बीएमसी के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हुए 30 दोपहिया, 31 चारपहिया, आठ ऑटोरिक्शा और दो भारी वाहनों समेत 73 वाहनों को बरामद किया गया है और पुलिस को सौंप दिया है।
घाटकोपर होर्डिंग हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत, 88 घायल
बता दें, भावेश बिलबोर्ड का मालिक था। उसने होर्डिंग (Hoarding) को लगाने के लिए बीएमसी से विज्ञापन एजेंसी ने अनुमति नहीं ली थी। ये बिलबोर्ड एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने लगाया गया था। मुंबई पुलिस ने भावेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया। उसके ऊपर पहले से ही 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी साल जनवरी में भावेश के खिलाफ मुलुंड पुलिस स्टेशन में रेप का मामला भी दर्ज किया गया था।