वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Biden) नाटो शिखर सम्मेलन (NATO Summit) में हिस्सा लेने गुरुवार तड़के ब्रुसेल्स पहुँच गए हैं। जो बाइडेन गुरुवार को ब्रुसेल्स में नाटो शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करने के साथ-साथ यूरोपीय देशों के शिखर सम्मेलन को भी सम्बोधित करेंगे।
इससे पूर्व बेल्जियम के प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर डी क्रू और नाटो देशों के प्रतिनिधियों ने आगे बढ़कर राष्ट्रपति जो बाइडेन का स्वागत किया।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार बाइडेन की यूरोपीय यात्रा को लेकर नाटो देशों में भारी उत्साह है। नाटो देशों की बैठक में आज गुरुवार को मुख्य तौर पर रूस की ओर से आणविक हथियारों के उपयोग की धमकी को लेकर विचार-विमर्श होगा।
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सीएनएन के अनुसार रूस के प्रवक्ता दिमित्रि पेसकोव ने मंगलवार की रात एक साक्षात्कार में मत व्यक्त किया है कि नाटो की ओर से उनकी सीमाओं पर कोई आँच आती है तो रूस आणविक हथियारों के उपयोग में चूक नहीं करेगा।
बता दें कि यूक्रेन के विरुद्ध रूसी हमले, नाटो की एकजुटता को सुदृढ़ करने तथा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आणविक हथियारों के इस्तेमाल की धमकी से यूरोप में चिंता है।
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राष्ट्रपति जो बाइडेन और नाटो देशों के महासचिव जे. स्टोलेनबर्ग पहले ही कह चुके हैं कि वे आणविक हथियारों की भड़काऊ धमकी के प्रत्युत्तर में विश्वयुद्ध को न्योता नहीं देना चाहेंगे। इसके लिए अमेरिका और नाटो देश रूस के विरुद्ध अधिकाधिक आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं, जिससे रूस की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो।