मनोरंजन डेस्क. बिग बॉस के सीजन 14 को लॉन्च हुए कुछ हफ्ते बीच चुके हैं. लेकिन इस साल का ये सीजन पिछले सीजन्स की तरह फैन्स के दिलों पर वो छाप नही छोड़ पा रहा. टीआरपी के हिसाब से देखा जाए तो बिग बॉस 14 को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिल पा रही है. आइये जानते हैं की ऐसा क्यूँ है…
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बोरिंग कंटेस्टेंट्स
सीजन 14 में यूं तो टीवी के बड़े कलाकार शामिल हुए, लेकिन किसी की पर्सनैलिटी इतनी दमदार नहीं कि वे बेजान पड़े शो में जान डाल सके. सभी कंटेस्टेंट्स एंटरटेन करने के मामले में फेल साबित हो रहे हैं. जब शो में सीनिर्यस थे तो उनकी स्ट्रॉन्ग पर्सनैलिटी के आगे फ्रेशर्स फीके लगे थे. सीजन 14 के कंटेस्टेंट्स में शामिल में 1-2 सदस्यों को छोड़ दें तो किसी की स्टार पावर भी तगड़ी नहीं है. तभी शो को लेकर सोशल मीडिया पर पिछले साल के मुकाबले कम बज देखने को मिल रहा है.
नो कंटेंट
पहले दो हफ्तों में सीनियर्स के रहते हुए फ्रेशर्स को ज्यादा कुछ करने को नहीं मिला था. निक्की, पवित्रा और एजाज के अलावा कोई भी उभरकर सामने नहीं आया था. शो में दिखने के लिए कई कंटेस्टेंट्स बिना मुद्दों के लड़ते दिखे. जबरदस्ती के झगड़ों ने फैंस को एंटरटेन करने की बजाय इरिटेट किया है. कंटेस्टेंट्स शो को हिट होने वाला कंटेंट नहीं दे पा रहे हैं.
सीजन 14 में अभी तक किसी कंटेस्टेंट्स के बीच स्ट्रॉन्ग कनेक्शन या दोस्ती नहीं दिखी है. शो में दुश्मनी के रंग तो दिखे हैं लेकिन किसी के बीच बॉन्ड नहीं दिखा है. जैसे सीजन 13 में आसिम-सिद्धार्थ, पारस-माहिरा, शहनाज-सिद्धार्थ के कनेक्शन ने काफी बज क्रिएट किया था.
सीजन के फ्लॉप होने की सबसे वजह शो में एंटरटेनमेंट की कमी होना है. तीसरे हफ्ते में शो ने थोड़ी बहुत रफ्तार पकड़ी है. शो में खूब सारे ड्रामे हो रहे हैं. अपकमिंग एपिसोड में नवरात्रि सेलिब्रेशन भी होगा. देखना होगा आगे जाकर शो कैसा परफॉर्म करता है.
इस सीजन कंटेस्टेंट्स के बीच काफी ज्यादा भाईचारा देखने को मिल रहा है. ऐसा लग रहा जैसे मेकर्स संस्कारी कंटेस्टेंट्स ले आए हो. कई कंटेस्टेंट्स मिल जुलकर काम कर रहे हैं, खाना खा रहे हैं जैसे हम साथ साथ हैं मूवी चल रही हो. उम्मीद है जैसे जैसे गेम आगे बढ़ेगा वे समझेंगे कि यहां वे रिश्ते निभाने नहीं बल्कि गेम खेलने और जीतने आए हैं.
बिग बॉस 14 में जो बात सबसे गौर करने वाली है वो ये कि यहां टास्क काफी अनफेयर खेले जा रहे हैं. फेवर और लेन-देन में टास्क हो रहे हैं. फेयर गेम नहीं देखने को मिल रहा. टास्क में संचालक का ऐलान होते ही रिजल्ट का पता चल जाता है. अपनी टीम को सपोर्ट करने के चक्कर काफी सारे टास्क बायस्ड हो रहे हैं. ऐसा ही कुछ सीजन 13 में देखा गया था. जहां या तो टास्क जीतने की स्ट्रैटिजी होती या फिर चीटिंग की. अंत में फिर गेम को रद्द करने के बारे में सोचा जाता था. सीजन 14 के खिलाड़ी भी यही सब फॉलो करते दिख रहे हैं.