बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा बुधवार को समाप्त हो गयी। अंतिम दिन ऐच्छिक विषय की परीक्षा ली गयी। दो पाली में ली गयी परीक्षा में 20 हजार 262 परीक्षार्थियों ने फार्म भरा था। ऐच्छिक विषय में उच्च गणित, अर्थशास्त्र, वाणिज्य, संस्कृत, मैथिली, फारसी एवं अरबी विषय की परीक्षा ली गयी।
ऐच्छिक विषय के दो पाली में निष्कासन शून्य रहा। बोर्ड की मानें तो मैट्रिक मूल्यांकन पांच से 17 मार्च तक चलेगा। इससे पहले आठ मार्च को सामाजिक विज्ञान के प्रथम पाली की रद्द हुई परीक्षा ली जायेगी। परीक्षा में आठ लाख 46 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि 19 फरवरी को प्रथम पाली में ली गयी सामाजिक विज्ञान का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया था। अब यह परीक्षा आठ मार्च को प्रदेश भर में लिया जायेगा। इसके लिए सभी केंद्रों के लिए बोर्ड ने दिशा निर्देश जारी किया है।
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रिकॉर्ड के मुताबिक इस साल पिछले साल की तुलना में नकल के मामलों में 44 फीसदी की कमी आई है। निष्कासन की संख्या 2020 की तुलना में कम हुए है। 2020 में जहां 32 जिलों में 373 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए, वहीं 2021 में 25 जिलों में 208 निष्कासित किेए गए।
आनंद किशोर ने कहा, ‘बोर्ड कदाचारमुक्त परीक्षा कराने के लिए प्रतिबद्ध है। पेपर लीक मामले में उसी दिन एफआईआर दर्द करवा दी गई थी। सख्त कार्रवाई की जा रही है।’