मुरादाबाद। अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर चरस की तस्करी करने वाले बिहार के आरोपित दंपति को यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने मुरादाबाद जंक्शन के सामने दबोच (Arrested) लिया। आरोपित दंपति के कब्जे से छह किग्रा चरस बरामद की गई। अंतर-राष्ट्रीय बाजार में बरामद चरस की कीमत करीब 30 लाख रुपये होने का अनुमान है। आरोपित दंपति के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। वहां से दंपति न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिए गए।
लखनऊ एसटीएफ में पुलिस उपाधीक्षक अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया कि मुखबिर से पता चला कि मूलरूप से बिहार में पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले एक मुस्लिम दंपति चरस की अंतर-राष्ट्रीय तस्करी में लिप्त हैं। एसटीएफ की नजर संदिग्ध दंपति की गतिविधि पर गड़ गई। इस बीच पता चला कि बिहार के रास्ते नेपाल से छह किलो ग्राम चरस लेकर रवाना हुए दंपति शुक्रवार को सुबह मुरादाबाद जंक्शन पर उतरने वाले हैं। एसटीएफ की टीम नशे के तस्कर दंपति का पीछा करने लगी, तभी एक दंपति मुरादाबाद जंक्शन से बाहर निकल रहे थे। उनके हाथ में एक झोला व गोद में छह माह का शिशु था। संदेह के आधार पर एसटीएफ की टीम ने दंपति को दबोचा । तलाशी के दौरान दंपति के कब्जे से छह किग्रा चरस बरामद हुई।
पकड़े गए आरोपितों की पहचान साजिद अंसारी उर्फ गुड्डू खान उर्फ गुड्डू भाई पुत्र सुमन अंसारी निवासी खरगपोखरिया पश्चिमी चम्पारण बिहार व उसकी पत्नी हुसनेआरा खातून के रूप में हुई। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया।
एसटीएफ ने बताया कि हत्थे चढ़े बिहारी दंपति बेहद शातिर हैं। उनका नेटवर्क दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि हरियाणा व पंजाब तक फैला है। साजिद अंसारी उर्फ गुड्डू खान नशे की खेप कई बार नजीबाबाद तक पहुंचा चुका है। पूछताछ में साजिद ने बताया कि उस पर नशे के तस्करों का बड़ा दबाव था। ऐसे में नशे की खेप लेकर वह बिहार से बिजनौर के नजीबाबाद रवाना हुआ। नजीबाबाद जाने की कोशिश में वह मुरादाबाद जंक्शन उतरा। मुरादाबाद में बस पर चढ़ने से पहले ही दंपति को एसटीएफ ने दबोच लिया।
पुलिस की आंख में धूल झोंकने की कोशिश
एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि शातिर साजिद उर्फ गुड्डू ने पुलिस व कानून की आंख में धूल झोंकने की पुरजोर कोशिश की। इस प्रयास में ही साजिश ने अपनी पत्नी व छह माह के बेटे को साथ लिया। ऐसे में साजिद को यकीन था कि पुलिस को उस पर कतई संदेह नहीं होगा। लेकिन साजिद के इस खेल को एसटीएफ पहले ही भांप चुकी थी। एसटीएफ के पास साजिश के खिलाफ पुख्ता सबूत थे।
चरस की तस्करी करने वाले साजिद को पहले भी पकड़ चुकी हैं एसटीएफ
नेपाल से चरस की तस्करी करने वाले साजिद को एसटीएफ की टीम पहले भी पकड़ चुकी है। शातिर साजिद कानपुर व लखनऊ में दो बार एसटीएफ द्वारा पकड़ा जा चुका है। साजिद के कुछ साथी अभी भी लखनऊ जेल में बंद हैं। सूत्र बताते हैं कि जेल में कैद साथियों से मोबाइल फोन के जरिए साजिद निरंतर संपर्क में था। जेल में कैद साथी ही साजिद को चरस की तस्करी के लिए लगातार दिशा निर्देश दे रहे थे। साथियों के भारी दबाव व चरस की बढ़ी मांग पूरी करने की कोशिश में वह पकड़ा गया। एसटीएफ लखनऊ की टीम सर्विलांस की मदद से साजिद की गतिविधि पर लगातार नजर बनाए हुए थी। साजिद वाट्सएप व मोबाइल फोन पर साथियों के साथ साजिद की हुई बातचीत का पूरा ब्योरा एसटीएफ के पास है।
पूरे देश में शातिर साजिद का नेटवर्क खंगालेगी एसटीएफ
मादक पदार्थों के साथ पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर साजिद का नेटवर्क पूरे देश में फैला है। नेटवर्क में दर्जनों लोगों के शामिल होने का अनुमान है। एसटीएफ ने जो सूचनाएं मुरादाबाद पुलिस के साथ साझा की हैं, उसके आधार पर अब साजिद के नेटवर्क की पड़ताल शुरू हो गई है। पुलिस यह जानने में जुटी है कि आखिरकार बिजनौर के नजीबाबाद में साजिद किससे मिलने जा रहा था। साजिद को नजीबाबाद तक नशे की खेप लेकर आने के लिए लगातार कौन लोग उकसा रहे थे। पूछताछ में साजिद ने कुछ नामों का खुलासा भी किया है।
वहीं एसएसपी हेमराज मीना ने साजिद की गिरफ्तारी की पुष्टि करते कहा कि मुरादाबाद से लेकर बिजनौर तक अंतर-राष्ट्रीय तस्कर के नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।