पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को लोक जनशक्ति पार्टी और चिराग पासवान को एक बड़ा झटका लगा है। लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और चार बार विधायक रह चुके सुनील पांडेय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा दिए जाने पीछे का कारण मनचाही सीट ना मिलना बताया जा रहा है।
सुनील पांडेय तरारी से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन इस बार ये सीट बीजेपी के खाते में चली गई। इसके बाद से सुनील पांडेय इस इलाके से निर्दलीय चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी के चलते उन्होंने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। सुनील पांडेय के इस्तीफे के बाद बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। ऐसा माना जा रहा है कि इस्तीफा देने के बाद सुनील पांडेय तरारी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। भोजपुर की तरारी सीट पर फिलहाल भाकपा माले का कब्जा है। सुदामा प्रसाद यहां से विधायक हैं।
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बता दें कि पिछले चुनाव में सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय इस सीट से चुनाव हार गई थीँ। सुनील के समर्थकों का कहना है कि वह आज तरारी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरेंगे। बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख आठ अक्तूबर है।
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सुनील पांडेय की छवि दबंग और बाहुबली जैसी रही है। वह चार बार विधायक रह चुके हैं। सुनील पांडेय के छोटे भाई हुलास पांडेय भी लोक जनशक्ति पार्टी से हैं। तरारी से निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात से सुनील पांडेय ने भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं, क्योंकि इस सीट से पहली बार कौशल विद्यार्थी को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है।