नई दिल्ली। अभी राजस्थान में सियाासी भूचाल अभी थमा नहीं कि महाराष्ट्र से भी कुछ चिंगारी उठने लगी है। राजस्थान के बाद अब महाराष्ट्र से ऐसी सुगबुगाहट उठ रही है जो कांग्रेस का सिर दर्द और बढ़ा सकती है।
महाराष्ट्र के बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बयान दिया है कि शिवसेना से हाथ मिलाने के लिए बीजेपी तैयार है। इस बयान के बाद से महाराष्ट्र सहित पूरे देश की सियासत में फिर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। हालांकि पाटिल ने कहा कि हम केवल सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ हाथ मिला सकते हैं।
सत्ता में वापसी के लिए आ सकते शिवसेना के साथ
बता दें कि शिवसेना और बीजेपी का 25 साल का साथ उस वक्त टूटा, जबकि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से हाथ मिला लिया और महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनाई। शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर रार था। महा विकास अघाड़ी की सरकार में मुख्यमंत्री की कुर्सी उद्धव ठाकरे के पास है। इस बीच कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अगर हम सत्ता में वापस आते हैं और शिवसेना के साथ गठबंधन करते हैं।
तो इसका मतलब नहीं है कि हम उनके साथ चुनाव लड़ेंगे। हम महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं से बात करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आप लोग तैयारी कीजिए कि आगामी चुनाव के दौरान पार्टी को किसी भी तरह की समस्या या दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिए सभी अड़चनों को दूर कर दिया जाए।
वहीं इन सरगर्मियों से अलग अभी महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक फोटो पोस्ट की थी। स फोटो में उद्धव और अजित एक गाड़ी में बैठे हैं, जिसकी स्टियरिंग अजित के हाथों में है। वहीं ठीक इससे एक दिन पहले उद्धव ठाकरे ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर तीन पार्टियां की सरकार ऑटो रिक्शा है तो उसकी स्टियरिंग मेरे पास है।
जिसके बाद अजित पवार के इस फोटो के डालने के बाद माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे के बयान के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार ने तस्वीर के जरिए बताने की कोशिश की कि सरकार की स्टियरिंग किसके हाथ में है। इस बीच बीजेपी ने शिवसेना पर नरम रुख अपनाने की शुरुआत कर दी है। ऐसे में देखना होगा कि पुराने दोस्त फिर आपस में मिलते हैं या नहीं।