बहराइच। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि जैसे ही चुनाव (Election) ख़त्म होगा भाजपा (BJP) वाले डीजल-पेट्रोल (Diesel-Petrol) को और महंगा कर देंगे। बहराइच जिले के पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के पैतोरा मोड़ पर सपा उम्मीदवार मुकेश श्रीवास्तव के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख ने भाजपा को जमकर खरी खोटी सुनाई।
उन्होंने कहा कि जब यह भाजपा वाले सरकार में आए तो इन्होंने डीजल पेट्रोल कितना महंगा कर दिया कि हमारे गरीब भाइयों की गाड़ी भी नहीं चल पा रही है, किसानों का ट्रैक्टर नहीं चल पा रहा है।
उन्होंने कहा याद रखना मैं कह कर जा रहा हूं और अखबार भी लिखने लगे हैं कि जैसे ही चुनाव खत्म होगा भाजपा वाले पेट्रोल भी 200 रुपये लीटर कर देंगे। अखिलेश ने कहा कि भाजपा वालों के बयानों और व्यवहार से लग रहा है कि हार के डर से वो हिंसा पर उतर आए हैं और उनका व्यवहार अब कुश्ती में हार रहे पहलवान जैसा हो गया है।
अखिलेश यादव का आरोप- मेरे हेलिकॉप्टर को बिना वजह रोका गया
उन्होंने दावा किया कि चार चरणों में हम सीटों का डबल शतक लगा चुके हैं और पांचवे चरण में भाजपा का सफाया हो जाएगा। सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी के बयान अखिलेश 12 बजे सोकर उठते हैं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हार के डर से मुख्यमंत्री के चेहरे पर 12 बजने लगे हैं। उन्होंने कहा कि गाय मां भूखी है और उनकी जान जा रही है, कोई देखभाल करने वाला नहीं है। हमारी सरकार आई तो गायों की रक्षा का भी बेहतर प्रबंध करेंगे।
रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी ने अखिलेश यादव से की मुलाक़ात, जानिए क्या हुआ फिर…
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार बनी तो रोजगार का संकट खत्म होगा। यादव ने कोरोना की बदहाली का जिक्र किया और याद दिलाया कि सरकार ने कोरोना काल में जनता को अनाथ छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि जिनके परिवार नहीं हैं वो परिवारों के कष्ट नहीं जान सकते। पूर्व मुख्यमंत्री ने कोरोना की एक घटना याद करते हुए कहा कि नेपाल से भारत लौट रहा बहराइच का एक परिवार, लॉकडाउन में सीमा पर फंस गया था, महिला गर्भवती थी और दोनों ओर लॉकडाउन था तभी उस महिला को बेटा पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि मां-बाप ने बेटे का नाम लाकडाउन सिंह रख दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की लेकिन हमें पता चला तो हमने अपने एमएलसी द्वारा उसे एक लाख रुपये भेजे थे।