जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में पिछले 12 साल से फरार चल रहा एक लाख रुपये का इनामी बदमाश सतीश सिंह शुक्रवार को पुलिस के साथ हुयी मुठभेड़ (Police Encounter) में मारा गया।
जौनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि जिले के सरपतहा थाना क्षेत्र में कुख्यात डी-63 गैंग के सदस्य सतीश को पुलिस ने मुठभेड़ में गोली लगने से घायल होने के बाद हिरासत में ले लिया। साहनी ने बताया कि घायल बदमाश को उपचार के लिए पहले जिला अस्पताल भेजा गया, लेकिन गंभीर रूप से जख्मी होने के कारण उसे बाद में वाराणसी रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने बताया कि पुलिस के साथ सरपतहां थाना क्षेत्र के गरवामानपुर गांव में नहर की पुलिया के पास दिन दहाड़े यह मुठभेड़ हुयी। इसमें दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। साहनी ने बताया कि पुलिस को एक एक लाख रुपए के दो इनामी अंतर प्रांतीय बदमाशों सतीश सिंह और एक अन्य को गरवामानपुर गांव में छुपे होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने गांव की घेराबन्दी कर दी। इसके जवाब में बदमाशों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। इसके अलावा पुलिस की जबाबी कार्रवाई में गोली लगने से सतीश गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दूसरा बदमाश फरार हो गया। पुलिस के अनुसार सतीश के सिर में गोली लगी है। उसके कब्जे से एक एके-47 एवं 9 एमएम पिस्टल व भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है।
पुलिस दोनों बदमाशो को थाना सरायख्वाजा क्षेत्र स्थित मनियां गांव का निवासी बता रही है। पुलिस को अंदेशा है कि दोनों बदमाश, कुछ दिन पूर्व जनपद आजमगढ़ के थाना बरदह क्षेत्र स्थित दुबरा लूट काण्ड में भी शामिल रहे हैं।
साहनी ने बताया कि सतीश हत्या के आरोप में सजा काट रहा था। वह साल 2010 में गैंगस्टर एक्ट से जुड़े एक मामले में पेशी के दौरान गाजीपुर से फरार हुआ था। इसके बाद उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। जिले में हत्या के कुछ अन्य मामलों में भी पुलिस, सतीश की संलिप्तता की जांच कर रही है।