लखनऊ। गोरखपुर जिले के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में छह माह के अंदर दूसरी बार प्रसूता के साथ नवजात संक्रमित मिला है। खास बात यह है कि प्रसूता को कोई लक्षण नहीं थे,लेकिन एहतियात के तौर पर जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद नवजात के पैदा होने के महज पांच से सात घंटे बाद ही नमूना लिया गया। नवजात की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। मां और बेटे दोनों का कोरोना वार्ड में इलाज चल रहा है।
बता दें कि देवरिया के तरकुलवा की रहने वाली 23 वर्षीय महिला 12 अक्तूबर को निजी वाहन से प्रसव के लिए देर रात बीआरडी पहुंची। रात में ही कॉलेज प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कोरोना जांच कराई, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जबकि महिला में कोई भी कोरोना के लक्षण नहीं थे।
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इसके अगले दिन प्रसव के बाद नवजात को जन्म दिया। इस पर टीम ने नवजात का भी नमूना लेकर जांच के लिए भेजा। जहां उसकी रिपोर्ट 16 अक्तूबर को पॉजिटिव आई है। दोनों का इलाज कोरोना वार्ड में चल रहा है। चिकित्सकों का मानना है मां के गर्भ में ही बच्चे के संक्रमित होने की पूरी आशंका है,लेकिन जब तक इस पर शोध नहीं हो जाता तब तक सही जानकारी दे पाना संभव नहीं है। बता दें कि इससे पूर्व भी पिपराइच की एक प्रसूता और उसका नवजात बच्चा संक्रमित मिल चुका है। बता दें कि दोनों की रिपोर्ट दो-दो बार पॉजिटिव आई थी।
108 संक्रमित प्रसूताओं का कराया गया है प्रसव
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले छह माह में 108 संक्रमित प्रसूताओं का प्रसव कराया गया। इनमें 26 का सामान्य व 81 का ऑपरेशन से प्रसव हुआ। छह महिलाओं ने जुड़वा व एक ने चार बच्चों को जन्म दिया। इस दौरान कुल 116 नवजात पैदा हुए हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि अब तक एक को छोड़कर संक्रमित प्रसूताओं के सभी बच्चे कोरोना से से मुक्त रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में ऐसा दूसरा मामला सामने आया है कि मां के साथ नवजात संक्रमित मिला है। दोनों का इलाज कोरोना वार्ड में चल रहा है। दोनों की हालत ठीक है।