लंदन. ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने विजय माल्या के खिलाफ ‘दिवालिया आदेश’ जारी किया है, जिसके बाद भारतीय बैंकों को दुनियाभर में उनकी संपत्ति को जब्त करने की अनुमति मिल गई है. भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने ब्रिटेन के हाई कोर्ट द्वारा दिवालिया आदेश के खिलाफ अपील करने के किसी भी अधिकार से इनकार किया है. भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को लोन देने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के नेतृत्व वाले बैंकों के खातों में और 792 करोड़ रुपए शिफ्ट कर दिए गए हैं. यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दी.
ईडी ने दावा किया कि भगोड़े व्यापारी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और माल्या द्वारा की गयी कथित बैंक धोखाधड़ी के मामलों में 58 फीसदी नुकसान की भरपाई की जा चुकी हैं. ईडी ने एक बयान में कहा, विजय माल्या मामले में एसबीआई के नेतृत्व वाले समूह को किंगफ़िशर एयरलाइंस के शेयरों की बिक्री के जरिए 792.11 करोड़ रुपए वसूल किए थे.
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9,000 करोड़ रुपए का लोन न चुकाने का आरोप
इन शेयरों को प्रवर्तन निदेशालय ने एसबीआई के नेतृत्व में ऋणदाता बैंकों को सौंपा था. इन शेयरों को ईडी ने इन शेयरों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कुर्क किया था. इससे पिछले महीने भी इसी मामले में बैंकों के समूह को शेयरों की बिक्री के माध्यम से 7,181 करोड़ रुपए मिले थे. ब्रिटेन भाग गए माल्या के खिलाफ ईडी और सीबीआई 9,000 करोड़ रुपए की कथित बैंक धोखाधड़ी की जांच कर रही हैं, जो उनकी अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ी है.
विजय माल्या पर कई बैंकों से लिए गए करीब 9,000 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाने का आरोप है. कर्ज वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने 23 जून को इन शेयरों को तब बेचा था, जब प्रवर्तन निदेशालय ने यूबीएल के लगभग 6,624 करोड़ रुपए के शेयर एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों को ट्रान्सफर किए थे.
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किस देश में हैं भारत के भगोड़े कारोबारी
ईडी ने इन शेयरों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत कुर्क किया था. इस समय विजय माल्या लंदन में, नीरव मोदी लंदन की जेल में और मेहुल चोकसी को डोमिनिका में गिरफ्तार किया गया है. PMLA की जांच पूरी हो गई है और ईडी ने तीनों के खिलाफ मामला दायर कर दिया है. तीनों को भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण अनुरोध (Extradition requests ) यूके और एंटीगुआ-बारबूडा भेजा जा चुका है.