अमरोहा : यूपी के अमरोहा जनपद में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता राम अवतार सिंह (Ram Avtar Singh) के 21 साल के बेटे ने मंगलवार को लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी (Suicide) कर लिया। घटना के समय घर पर कोई भी परिजन मौजूद नहीं थे। गोली चलने की आवाज सुनने पर लोगों की भीड़ जुट गयी। जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बसपा नेता के बेटे ने यह खौफनाक कदम क्यों उठाया? अभी इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। वहीं इकलौते बेटे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बसपा नेता का बेटा सीए था।
दवा लेने के लिए मेरठ गया था परिवार
बसपा नेता राम अवतार सिंह पार्टी के सक्रिय नेता हैं। उन्होंने साल 2007 में प्राइवेट शिक्षक की नौकरी छोड़ राजनीति में कदम रखा था। बसपा (BSP) में वह कई अहम जिम्मेदारियों को संभाल चुके हैं। वह अमरोह के जिलाध्यक्ष भी रहे। वर्तमान में राम अवतार सिंह मुरादाबाद मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी हैं। नौगांवा सादात थानाक्षेत्र के नया गांव खंडसाल कलां में रहने वाले राम अवतार सिंह पत्नी, बेटी और बेटे के साथ लगभग तीस साल से आवास विकास प्रथम में रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी किरन लता, बेटी शिवानी और बेटा अश्विनी है।
बेटी और बेटा दोनों दिल्ली में रहकर पढ़ाई करते हैं। इन दिनों शिवानी और अश्विनी घर आए हुए थे। बीते सोमवार को राम अवतार सिंह पत्नी किरन लता, बेटी शिवानी और बड़े भाई के बेटे लवकेश के साथ मेरठ दवा लेने के लिए गए हुए थे।
इस दौरान अश्विनी घर पर अकेले ही था। देर रात जब परिजन घर लौटे तो दरवाजा भीतर से बंद था। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तब परिजनों ने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला और घर की दूसरी मंजिल पर चले गये। इस दौरान जब शिवानी किसी काम से घर की पहली मंजिल पर पहुंची तो कमरे में अश्विनी का खून से लथपथ शव देख कर चिल्लाने लगी। उसके सिर से खून बह रहा था और दाहिने हाथ के पास लाइसेंसी रिवाल्वर पड़ी हुई थी।
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शिवानी की चिल्लाने की आवाज सुनकर जब राम अवतार सिंह और उनकी पत्नी वहां पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गयी। परिजनों के रोने की आवाज सुनकर आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गयी। घटना की जानकारी होने के बाद सीओ सिटी शक्ति सिंह, इंस्पेक्टर पंकज तोमर भी मौके पर पहुंच गए और जांच पड़ताल शुरू की। एएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। पुलिस ने मौके से लाइसेंसी रिवाल्वर, अश्विनी का मोबाइल फोन और लैपटॉप जांच करने के लिए कब्जे में ले लिया है। हालांकि परिजन भी इससे सदमे में हैं। उन्हें भी यह जानकारी नहीं है कि आखिर अश्विनी ने इतना घातक कदम क्यों उठाया?