उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए व्यापारियों व सर्राफा कारोबारियों ने पहल करते हुए शहर के प्रमुख बाजारों को आज से तीन दिन के लिए बंद रखने का निर्णया किया है। इसी कारण आज हजरतगंज, भूतनाथ, आलमबाग, पांडेयगंज समेत सभी प्रमुख बाजार की दुकानों पर ताला लटका रहा।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि जिस तरह से वैश्विक महामारी अपने पांव तेजी से फैला रहा है। इसे रोकना बहुज जरुरी है। इसके लिए एक मात्र चारा है एक बार फिर से पूर्णबंदी किया जाये। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
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लेकिन शहर के प्रमुख बाजार संगठनों ने यह निर्णय कि है कि वह गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार की स्वैच्छिक बंदी की जा सकती है। स्थानीय स्तर पर सभी बाजारों के अध्यक्ष और महामंत्री यह तय कर लें। उन्होंने यह भी कहा है कि बाजार बंद करते समय इस बात का जरुर ध्यान रखें कि दवाएं व अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति न प्रभावित हो।
रहेगी बाजार बंद
हजरतगंज ट्रेडर्स के सचिव विनोद पंजाबी का कहना है कि लोगों के हित के लिए यह फैसला सही है और आज से 18 अप्रैल तक के लिए हजरतगंज बाजार में बंद रहेगा। इसी तरह इंदिरानगर स्थित भूतनाथ मार्केट के अध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने भी 15 से 17 अप्रैल तक कारोबार नहीं किया जाएगा।
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अमीनाबाद व्यापार संघर्ष समिति की पहल पर अमीनाबाद बाजार रविवार तक बंद रखने का फैसला सभी संगठनों ने लिया है। यह जानकारी संयोजक विनोद अग्रवाल ने दी। चौक सराफा, चिकन बाजार गुरुवार से शनिवार तक बंद रहेंगे।
22 तक बंद रहेगा बिजली बाजार
लखनऊ इलेक्ट्रिक मर्चेंट्स एंड कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन लेमका ने पांच दिन के लिए बंदी का ऐलान किया है। जबकि कपड़ा बाजार के बंदी को लेकर उत्तर प्रदेश कपड़ा बाजार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष अशोक मोतियानी ने कहा कि कपड़ा बाजार को लेकर कारोबारियों की सहमति के बाद बाजार बंदी का निर्णय किया जायेगा। अध्यक्ष पराग गर्ग और एसोसिएशन ने 15 से 22 अप्रैल तक बंदी का फैसला लिया है।