• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भांग को दवा के रूप में मिली मान्यता, संयुक्त राष्ट्र ने मादक पदार्थों की सूची से हटाया

Desk by Desk
04/12/2020
in Main Slider, अंतर्राष्ट्रीय, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राष्ट्रीय, स्वास्थ्य
0
भांग को दवा के रूप में मिली मान्यता Cannabis Recognized as Drug

भांग को दवा के रूप में मिली मान्यता

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के नारकोटिक औषधि आयोग ने बुधवार को भांग के पौधे को दवा के रूप में मान्यता दी है। इस पौधे को सख्त पाबंदियों वाले मादक पदार्थों की सख्त पाबंदियों की सूची-4 से हटा लिया है। बता दें कि इस सूची में उसे अफीम और हीरोइन के साथ रखा गया था। अब यह कम खतरनाक मानी जाने वाली वस्तुओं की सूची में रहेगा।

भारत सहित 27 ने किया मतदान में समर्थन

संयुक्त राष्ट्र के नारकोटिक औषधि आयोग के 53 सदस्य देशों में से 27 ने समर्थन में मत दिया। वहीं 25 ने खिलाफ वोट डाले। भारत ने समर्थन में वोट डाला। भांग के पौधे को अब भी पाबंदियों की सूची-1 में बनाए रखा गया है, इसके मायने हैं कि इसे जन स्वास्थ्य के लिए खतरा माना गया है। इस मतदान में यूक्रेन मतदान में अनुपस्थित रहा। पहले जनवरी 2019 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भांग और इसके रस को 1961 में बनी प्रतिबंधित मादक पदार्थों की चौथी सूची से हटाने की सिफारिश की थी। इसकी वजह इसका उपयोग दर्द निवारण सहित कई बीमारियों में होने को बताया गया।

उत्तराखंड : उत्तरकाशी में मिले हिम तेंदुओं की मौजूदगी के पुख्ता सबूत

जानिए भारत के खिलाफ कौन है ?

इस मतदान में भारत ने समर्थन में वोट डाला। अमेरिका और अधिकतर यूरोपीय देश भी भांग को पाबंदियों की सख्त सूची में से हटाने के पक्षधर रहे। वहीं चीन, मिश्र, नाइजीरिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान ने इसके खिलाफ वोट डाला।

क्या असर पड़ेगा?

इसे भांग के औषधीय गुणों की स्वीकार्यता के रूप में देखा जा रहा है। बीते 59 वर्षों से विशेषज्ञों के अनुसार, इसी वजह से इसका औषधीय उपयोग बढ़ाया नहीं जा सका। अकेले अमेरिका और यूरोप में भांग के पत्तों से बनी क्रीम, सोडा वाटर सीरम और जूस जैसे उत्पादों का बाजार 2025 में 2.5 लाख करोड़ रुपये पहुंचने का अनुमान है।

Tags: americacannabisCannabis Recognized as DrugChinadangerous drugIndiaintoxicantless dangerous druglist of strict restrictions-4Narcotic drug commissionRemoved from UN List of DrugsRussiaunUnited nationsWHOWorld Hindi NewsWorld News in Hindiभांग को दवा के रूप में मिली मान्यता
Previous Post

उत्तराखंड : उत्तरकाशी में मिले हिम तेंदुओं की मौजूदगी के पुख्ता सबूत

Next Post

दिलीप घोष की फिसली जुबान, ममता बनर्जी को दी गाली,कहा- ह**मी

Desk

Desk

Related Posts

Sunscreen
Main Slider

सही सनस्क्रीन का चुनाव कैसे करें, जानें इस्तेमाल करने का सही तरीका

15/06/2025
Ayodhya
Main Slider

और पुख्ता होगी अयोध्या की सुरक्षा, लगेंगे 1000 कैमरे

14/06/2025
UP Police Recruitment
Main Slider

पुलिस भर्ती परीक्षा: बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में मिली थी एंट्री

14/06/2025
CM Dhami
Main Slider

मानसून सीजन एवं मेडिकल आपातकाल के दृष्टिगत पुरानी एम्बुलेंस वाहनों को तत्परता से बदलें: धामी

14/06/2025
Air India gives order to make 120 coffins
Main Slider

अहमदाबाद विमान हादसाः एअर इंडिया ने दिया 120 ताबूत बनाने का ऑर्डर, इस शहर में हो रहे तैयार

14/06/2025
Next Post

दिलीप घोष की फिसली जुबान, ममता बनर्जी को दी गाली,कहा- ह**मी

यह भी पढ़ें

शादी की खुशियां मातम में बदली, सड़क हादसे में दूल्हे की मौत

11/12/2020
Integrated Industrial Township

ग्रेटर नोएडा में 25 हजार रोजगार के सृजन का माध्यम बनेगी ‘इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप’

05/07/2024
Makeup

ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट्स रखे-रखे हो गए हैं एक्‍सपायर, तो ऐसे करें दोबारा इस्तेमाल

19/09/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version