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पैसों के विवाद के चलते हुई थी कारपेंटर की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

murderer arrested

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लखनऊ। बंथरा इलाके में गुरुवार रात गोली मारकर की गई कारपेंटर युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक के गांव के ही 3 युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 315 बोर के दो तमंचों के अलावा दो जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद कर तीनों को जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मृतक कारपेंटर अमरेश की हत्या पैसे के लेनदेन में उसके ही साथियों ने की थी।

बताते चलें कि गुरुवार देर शाम बंथरा के माती निवासी कारपेंटर अमरेश रावत (21) जब घर पहुंचा तो उसके मोबाइल पर एक कॉल आई। जिसके बाद वो तुरंत घर से बाहर चला गया। जहां से वह रात भर नहीं लौटा। हालाकि काफी देर तक वापस लौटने पर उसके परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल की, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। अगले दिन सुबह गांव के बाहर टहलने निकले ग्रामीणों को अमरेश खून से लथपथ हालत में घायल पड़ा मिला। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उसे ट्रामा सेंटर भिजवाया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक के परिजनों ने गांव के ही कुछ युवकों पर हत्या का आरोप लगाया था। जिसके तहत पुलिस ने शुक्रवार को ही गांव के अमन उर्फ मुस्ताक, आकाश गौतम और गोलू उर्फ राजकुमार को हिरासत में ले लिया था।

पुलिस ने शनिवार को तीनों के पास से 315 बोर के दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद करने का दावा करते हुए उन्हें जेल भेज दिया। पुलिस की माने तो इस घटना का मुख्य आरोपी पंकज अभी फरार है। जिसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि अमरेश का गांव के ही पंकज रावत से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद था। जिसको लेकर ही पंकज ने रमेश को गोली मारी है। हालाकि पुलिस ने गिरफ्तार तीनों युवकों को थाना क्षेत्र के कमलापुर से सिसेंडी रोड पर जालिम खेड़ा खड़ंजा तिराहे से शनिवार सुबह करीब 9.15 बजे गिरफ्तार करने का दावा किया है।

पुलिस ने किया फायरिंग से इन्कार

उल्लेखनीय है कि बुधवार को पीजीआई इलाके में दवा व्यापारी के साथ हुई लूट के मामले को लेकर गुरुवार रात पीजीआई और बंथरा पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम माती गांव पहुंची थी। ग्रामीणों की माने तो उस दौरान मृतक अमरेश सहित गांव के कुछ युवक गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय के पीछे आग जला कर तापने के साथ ही वहां पर शराब पी रहे थे। जहां पुलिस की 9 गाडिय़ां पहुंचते ही सभी लोग भागने लगे। इस दौरान पुलिस द्वारा उन पर फायरिंग भी की गई। हालाकि पुलिस फायरिंग की बात से साफ इंकार कर रही है।

घटना स्थल से मिला था 9 एमएम का कारतूस

उधर इस घटना से शनिवार को पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को गांव पहुंचे अमरेश शव का पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस घटना से ग्रामीणों में काफी दहशत है। कोई भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन ग्रामीणों ने इतना जरूर बताया कि शुक्रवार को घटनास्थल पर 9 एमएम का एक जिंदा कारतूस मिला था। जिसे मृतक के भाई सनी ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। हालाकि पुलिस ऐसा कोई जिंदा कारतूस मिलने से साफ इंकार कर रही है।

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