सीतापुर जेल में बंद सपा नेता और रामपुर सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लखनऊ शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ चल रही सीबीआई जांच की आंच समाजवादी पार्टी सरकार में वक्फ मंत्री रहे आजम खां तक भी पहुंच सकती है। दरअसल, वक्फ बोर्ड में हुईं कई गड़बड़ियों और अनियमितताओं के तार आजम खां के कार्यकाल से जुड़ रहे हैं।
सीबीआई को शुरुआती पड़ताल में जानकारियां मिली हैं कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड का आजम के मंत्री रहने के दौरान खूब दुरुपयोग हुआ। सीबीआई को एक जांच रिपोर्ट भी सौंपी गई है, जिसमें कहा गया है कि रिजवी के खिलाफ दर्ज मामलों में आजम के दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसमें सीबीसीआईडी से जुड़े छह मामले भी शामिल हैं।
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सीबीआई शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड से जुड़े कई दस्तावेज और जांच रिपोर्टों की पड़ताल कर रही है। इसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से रामपुर में कई कीमती जमीनें आजम की जौहर यूनिवर्सिटी के लिए एक रुपये सालाना की लीज पर देने के दस्तावेज भी शामिल हैं।
प्रयागराज में इमामबाड़ा के स्थान पर कमर्शल कॉम्पलेक्स बनाने के मामले में सीबीआई रिजवी के साथ तत्कालीन वक्फ मंत्री आजम खां की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है। इस मामले में माफिया अतीक अहमद भी सीबीआई के रेडार पर हैं। जिस बिल्डर ने कॉम्प्लेक्स का निर्माण करवाया, वह अतीक का काफी करीबी था।
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सीबीआई को यह भी जानकारी मिली है कि रामपुर में यतीमखाना, ईदगाह समेत कई वक्फ संपत्तियों को आजम, उनकी पत्नी और करीबियों को एक रुपये सालाना की लीज पर 30 साल के लिए आवंटित कर दिया गया। इस मामले में सीबीआई जल्द सुन्नी वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी में है। वसीम रिजवी को जल्द पूछताछ के लिए भी बुलाया जाएगा।